
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। हरियाणा के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) की शिकायत पर एरोड्रम थाना और साइबर थाना जींद (हरियाणा) की संयुक्त कार्रवाई में इंदौर में संचालित एक फर्जी मैट्रिमोनियल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया है।
यह भारत वेडिंग एंड कम्युनिटी मैट्रिमोनियल कॉल सेंटर कालानी नगर स्थित आरती अपार्टमेंट, मकान नंबर 302 में चल रहा था। पुलिस ने मौके से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 90 मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप और 1 लाख 40 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी वर-वधू दिखाने और बातचीत करवाने के नाम पर लोगों से रुपये ठगते थे।
शिकायत दर्ज करवाई थी
हरियाणा के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयबीर सिंह ने 16 फरवरी को साइबर थाना जींद में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वे अपने बेटे के लिए वधू की तलाश कर रहे थे। 10 फरवरी को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें बेटे की जानकारी मांगी गई। इसके बाद अलग-अलग लोगों के कॉल आने लगे जो विभिन्न लड़कियों के परिवारों से मुलाकात करवाने की बात करते थे।
आरोपियों ने मैट्रिमोनियल साइट की फीस के नाम पर पहले 12 फरवरी को 3500 रुपये, फिर 14 फरवरी को 3500 रुपये और मांगे, जो शिकायतकर्ता ने ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्हें एक लड़की का फोटो और प्रोफाइल भेजा गया, जिसमें ‘अंजलि’ नाम की लड़की और उसकी मां बनकर महिला ने फोन पर बात की।
बाद में कॉल सेंटर की एक महिला रिया ने बताया कि अंजलि शिकायतकर्ता के बेटे से बात करना चाहती है, लेकिन दो दिन तक कोई संपर्क नहीं हुआ। शक होने पर एडीजे ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी गिरफ्तार
प्रारंभिक जांच में मोबाइल नंबरों के आधार पर कॉल सेंटर का पता इंदौर से लगाया गया। इसके बाद साइबर थाना जींद ने इंदौर पुलिस से संपर्क किया। पुलिस आयुक्त संतोष सिंह के निर्देश पर टीम गठित की गई और कालानी नगर स्थित आरती अपार्टमेंट में छापा मारा गया। यहां से फर्जी मैट्रिमोनियल सेंटर चलाने वाले चार आरोपी रितु (पिता हरीशचंद्र नामदेव), प्रमिला रोकड़े (पत्नी सूरज धार्मिक), प्रिया (पत्नी छत्रपति रोकड़े) और सूरज धार्मिक (पिता भगवानदास धार्मिक) को गिरफ्तार किया गया।