
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मध्यप्रदेश गृह निर्माण और अधोसंरचना विकास मंडल द्वारा शहर के सियागंज क्षेत्र में पांच मंजिला शापिंग कांप्लेक्स का निर्माण इसी महीने शुरू किया जाएगा। करीब 24 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस कांप्लेक्स में 100 दुकानें और व्यावसायिक हॉल बनाए जाएंगे। शापिंग कांप्लेक्स का निर्माण 23 हजार वर्गफीट जमीन पर किया जाएगा।
सियागंज में दाल, चावल, घी, तेल, शहर, मसाले और ड्राय फ्रूट आदि का थोक कारोबार होता है। सियागंज में कारोबार बढ़ता जा रहा है लेकिन दुकानें सीमित हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस इलाके में हाउसिंग बोर्ड का शापिंग कांप्लेक्स बनने से किराना और ड्राय फ्रूट के कारोबारी यहां की दुकानों और व्यावसायिक हाल को हाथोंहाथ लेंगे। दरअसल यह जमीन आबकारी विभाग की थी, जिसे दारू गोदाम के नाम से जाना जाता था। शासन की पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत हाउसिंग बोर्ड ने दो साल पहले आबकारी विभाग से यह जमीन 20 करोड़ रुपये में खरीदी थी। बदले में हाउसिंग बोर्ड ने अपनी आवासीय योजनाओं में आबकारी विभाग के अधिकािरयों और कर्मचारियों के लिए आवास उपलब्ध कराए।
भोपाल की कंपनी दिया ठेका - इनमें राऊ स्थित कादम्बरी और कामायनी योजना में चार-चार आवास, एबी रोड पर सीएचएल अस्पताल के पीछे चार आवास, होप मिल की जमीन पर बने रेनबो रेसीडेंसी बहुमंजिला इमारत में दो आवास और दो व्यावसायिक हाल शामिल हैं। इन व्यावसायिक हाल में आबकारी विभाग के उपायुक्त का कार्यालय भी स्थानांतरित हो चुका है। हाउसिंग बोर्ड के उपायुक्त वायके दोहरे का कहना है कि शापिंग काम्लेक्स निर्माण के लिए भोपाल की एक कंपनी को ठेका दिया गया है। इसके लिए अनुबंध भी तैयार हो गया है। इसी महीने निर्माण शुरू होने की संभावना है।
पहले ही थी पार्किंग की समस्या, और बढ़ेगी - सियागंज होलसेल किराना मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल का कहना है कि सियागंज में इतनी दुकानें हैं कि पहले से वाहन पार्किंग की समस्या है। यहां वाहनों की लोडिंग और अनलोडिंग को लेकर पहले से परेशानी है। यदि दारू गोदाम की जमीन पर शापिंग कांप्लेक्स बन गया तो पार्किंग की समस्या और बढ़ जाएगी। नई बनी दुकानों पर वाहन आएंगे तो उनकी पार्किंग कहां होगी? हमारी तो यह मांग है कि शापिंग कांप्लेक्स की प्रस्तावित जगह को पार्किंग बना देना चाहिए। कांप्लेक्स की दुकानों के लिए पार्किंग बनेगी भी तो वह पर्याप्त नहीं होगी।