नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। जनपद पंचायत सीईओ निलेश नाग भ्रष्टाचार में फंस गए हैं। लोकायुक्त पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सीईओ पर पंचायत सचिव मोती खरते और कैलाश सोलंकी से घोटाला दबाने के बदले 20 लाख रुपये की मांग करने का आरोप है। सचिवों ने सीईओ की आवाज रिकॉर्ड कर लोकायुक्त संगठन को शिकायत कर दी। डीएसपी (लोकायुक्त) सुनील तालान के मुताबिक मामला जनपद पंचायत पाटी (बड़वानी) का है।
मोती खरते कंद्रा और कैलाश सोलंकी लिंबी ग्राम पंचायत में सचिव है। उनके द्वारा निर्माण कार्य करवाए गए थे। तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत काजल जावला ने निरीक्षण कर घोटाला पकड़ लिया। उस वक्त जनपद पंचायत सीईओ नीलेश नाग ने दोनों सचिवों को तलब कर धमकाया और कहा कि उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज होगी। सीईओ ने कार्रवाई से बचाने के एवज में दोनों से दस-दस लाख रुपयों की मांग की।
सचिवों ने मोबाइल में हुई बातचीत रिकॉर्ड कर ली और लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने रिकॉर्डिंग की ट्रांसस्क्रिप्ट तैयार की और सीईओ नीलेश नाग पर भ्रष्टाचार निवारण की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया। सीईओ अफसरों के नाम से रुपयों की मांग कर रहा है।
घोटाले में सचिव-सरपंचों सहित वेंडर भी शामिल बड़वानी जिलें में पाटी विकास खंड में हुई घोटाले में मई माह में तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ व वर्तमान जिला पंचायत परियोजना अधिकारी नीलेश नाग द्वारा पांच सचिवों,पांच सरपंचों और छह वेंडरों के खिलाफ पाटी थाना में एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है। सभी पर सरकारी मद के रुपए में गबन और धोखाधड़ी करने का आरोप है।