
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर शहर में मेट्रो के काम ने गति पकड़ ली है। एमआर10 पर मेट्रो ट्रैक के पिलर खड़े हो गए हैं। इस रूट पर कुछ स्टेशन भी बनने शुरू हो गए हैं। चार चौराहों पर निर्माण में बाधक बन रही चंद्रगुप्त मोर्य, सहस्त्रबाहु, पंडित दीनदयाल उपाध्याय व डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमाओं को स्थानांतरित किया जाएगा। निगम ने इसके लिए सर्वे कर लिया है। जल्द ही प्रतिमाओं को चौराहे पर ही अन्य स्थान पर स्थापित किया जाएगा। पिछले दिनों इंदौर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो स्टेशनों के निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन किया था। शहर में करीब 31 किलोमीटर लंबे मेट्रो रूट के लिए काम किया जा रहा है। एमआर-10 के यहां पर पिलर बनाए जा चुके हैं। अब काम आगे बढ़ाते हुए सयाजी चौराहे से विजय नगर के बीच के हिस्से को क्लीयर करवाया जा रहा है।
प्रतिमाओं को दूसरे स्थान पर स्थापित करने की रिपोर्ट तैयार
अधिकारियों ने बताया कि इस ट्रैक पर चंद्रगुप्त मोर्य चौराहे पर लगी चंद्रगुप्त मोर्य की प्रतिमा, बापट चौराहे पर लगी पं.दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा, विजय नगर चौराहे के पास लगी डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा और खजराना चौराहे पर लगी सहस्त्राबाहु की प्रतिमा निर्माण में बाधक बन रही हैं। निर्माण कर रही कंपनी ने इसकी जानकारी नगर निगम को दी। इसके बाद इन्हें दूसरी जगह स्थापित करने को लेकर नगर निगम ने सर्वे किया था। इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।
मेट्रो का यह रहेगा रूट
इंदौर मेट्रो का रूट करीब 31 किलोमीटर का रहेगा। इसमें एयरपोर्ट, गांधी नगर, सुपर कारिडोर, एमआर 10, विजय नगर, रेडीसन चौराहा, खजराना, बंगाली चौराहा, पलासिया, हाईकोर्ट, रेलवे स्टेशन, राजवाड़ा, बड़ा गणपति होते हुए वापस एयरपोर्ट का चक्कर लगाएगी।
मेट्रो को लेकर चार चौराहों से प्रतिमाओं को हटाया जाना है। प्रतिमाओं को चौराहे के पास ही स्थापित कर दिया जाएगा। इसके लिए फाउडेंशन भी बनाए जा रहे हैं। जल्द ही प्रतिमाओं को शिफ्ट करके जगह क्लीयर कर मेट्रो रूट का निर्माण कर रही एजेंसी को दे दी जाएगी। - देवेंद्र सिंह, अपर आयुक्त नगर निगम