Ganesh Chaturthi 2023 Video: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर में मंगलवार का सूरज अपने साथ सकारात्मकता, उजास और उमंग का प्रकाश लिए आया। गणेश चतुर्थी की रंगत नजर आई। सुबह से ही बाजारों में भक्तों की आवाजाही शुरू हो गई थी। भक्त अपने आराध्य की सुंदर छवि लिए घर आए और शुभ मुहूर्त में गणेशजी की स्थापना की। घर, प्रतिष्ठान, पंडाल, मंदिरों में दिनभर गणेशजी की स्थापना का सिलसिला चलता रहा। भव्य जुलूस के साथ गणेशजी की दिव्य मूर्तियों को भक्त लेकर आए और गाजे-बाजे से भगवान का स्वागत किया।
शहर में एक बार फिर होलकरकालीन परंपरा की छटा छाई। होलकर राजवंश द्वारा स्थापित की जाने वाली पारंपरिक प्रतिमा जूनी इंदौर से राजवाड़ा लाई गई। होलकरकालीन परंपरा का निर्वाहन करते हुए पारंपरिक परिधान पहने कहार गणेशजी की पालकी कांधे पर उठाए राजवाड़ा पहुंचे। मिट्टी से बनी इस मूर्ति को गाजे-बाजे के साथ लाया गया। मंत्रोच्चार के साथ वैदिक पद्धति से गणेशजी की स्थापना की गई। इस मूर्ति की स्थापना आड़ा बाजार में होलकर राजवंश परिवार के वाड़े में की गई।
एक ओर शहर में जहां प्राचीन परंपरा का अनुसरण पारंपरिक पद्धति से किया गया, वहीं दूसरी ओर डीजे की धुन और ढोल-ताशे की गूंज के बीच भक्त बप्पा को पंडाल में लेकर आए। भगवान गणेश की स्थापना के लिए कहीं हवा महल की प्रतिकृति वाला पंडाल बनाया गया तो कहीं अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई।
मंदिरों में भी विशेष अनुष्ठान हुए। शहर के प्रमुख मंदिर खजराना गणेश मंदिर, बड़ा गणपति मंदिर, मल्हारगंज स्थित छोटा गणपति मंदिर, जूनी इंदौर स्थित पोटली वाले गणेश मंदिर, श्रीफला सिदि्ध विनायक गणेशधाम मंदिर, मरीमाता चौराहा स्थित गणेश मंदिर सहित शहर के तमाम गणेश मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिरों में भगवान गणेश का अभिषेक, आकर्षक श्रृंगार, जप-अनुष्ठान भी किया गया।