
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: वैश्विक बाजारों में मजबूती के चलते चांदी ने भारतीय सराफा बाजार (Sarafa Bazar) में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। आपूर्ति में कमी के संकेत, औद्योगिक मांग में निरंतर वृद्धि और अगले साल फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने चांदी की कीमतों (Gold Silver Rate) को ऐतिहासिक स्तर तक पहुंचा दिया।
बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर चांदी वायदा 279 सेंट की तेजी के साथ 65.79 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई। इस वैश्विक उछाल का सीधा असर इंदौर बाजार में दिखाई दिया, जहां चांदी आरटीजीएस में 5200 रुपये की छलांग लगाकर 2,00,000 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। वहीं चांदी चौरसा नकद में 4800 रुपये बढ़कर 1,91,500 रुपये प्रति किलो बिकती रही। यह स्तर अब तक का सर्वाधिक है।
विशेषज्ञों के अनुसार सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहनों और डेटा-सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर से चांदी की औद्योगिक मांग लगातार बढ़ रही है। इसके विपरीत, खदान उत्पादन और रीसाइक्लिंग बीते एक दशक से लगभग स्थिर बनी हुई है। अमेरिकी कंपनियों द्वारा चांदी का भारी स्टॉक जमा किए जाने से भी वैश्विक सप्लाई पर दबाव बना है।

इसके अलावा, चीन द्वारा 2026 से चांदी पर सख्त एक्सपोर्ट कंट्रोल की घोषणा ने निकट अवधि की खरीदारी को और प्रोत्साहित किया है। अक्टूबर में 660 टन से अधिक के रिकॉर्ड एक्सपोर्ट के बाद चीनी स्टॉक एक दशक के निचले स्तर पर आ गया, जिससे लंदन में डिलीवरी दबाव और लीज रेट में बढ़ोतरी देखी गई।
दूसरी ओर सोने में भी निवेशकों की सक्रियता बनी रही। कॉमेक्स पर सोना वायदा 38 डॉलर की तेजी के साथ 4314 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इसके चलते इंदौर में सोना केडबरी 400 रुपये सुधरकर 1,32,000 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ।
इंदौर के बंद भावों में सोना केडबरी नकद 1,32,000 रुपये, आरटीजीएस 1,35,700 रुपये और 22 कैरेट सोना 1,20,600 रुपये प्रति दस ग्राम (जीएसटी अतिरिक्त) रहा। वहीं चांदी चौरसा 1,91,500 रुपये और चांदी आरटीजीएस 2,00,000 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई।