खुशखबरी! इंदौर-खंडवा रेल लाइन को मिली वन विभाग की एनओसी, काम को मिलेगी रफ्तार
यह रेल लाइन उत्तर भारत को दक्षिण भारत से जोड़ने वाला सबसे छोटा और सीधा रेल मार्ग साबित होगी, जो न केवल इंदौर के व्यापारिक और औद्योगिक भविष्य को नई रफ्तार देगा, बल्कि यात्रियों को भी समय और दूरी दोनों में राहत देगी।
Publish Date: Tue, 15 Jul 2025 09:45:53 PM (IST)
Updated Date: Tue, 15 Jul 2025 09:52:58 PM (IST)
इंदौर और खंडवा के बीच की रेल लाइन।HighLights
- उत्तर-दक्षिण भारत को जोड़ने वाला सबसे छोटा रेल मार्ग बनेगा।
- यह इंदौर के व्यापारिक और औद्योगिक भविष्य को गति देगा।
- साथ ही कई यात्रियों को भी समय और दूरी दोनों में राहत देगी।
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर-खंडवा रेल परियोजना से जुड़ी सबसे बड़ी बाधा अब दूर हो गई है। वन विभाग ने इस महत्वपूर्ण रेल लाइन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है, जिससे अब इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकेगा।
यह रेल लाइन उत्तर भारत को दक्षिण भारत से जोड़ने वाला सबसे छोटा और सीधा रेल मार्ग साबित होगी, जो न केवल इंदौर के व्यापारिक और औद्योगिक भविष्य को नई रफ्तार देगा, बल्कि यात्रियों को भी समय और दूरी दोनों में राहत देगी।
सांसद शंकर लालवानी ने इस प्रोजेक्ट में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए। रेलवे अधिकारियों और वन विभाग के बीच संयुक्त बैठक करवाई थी।
इससे आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं सरल हुईं। हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात कर इस परियोजना की प्राथमिकता को रेखांकित किया और वन विभाग से अनुमति दिलवाने का अनुरोध किया था।
रेल संपर्क से जुड़े नए अवसर
इंदौर-खंडवा रेल लाइन के पूरा होने के बाद शहर का संपर्क सीधे, खंडवा-भुसावल-नासिक-मुंबई की ओर तथा तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों से तेज, किफायती और सुविधाजनक सफर हो जाएगा।