Shiv Mahapuran Katha In Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। भारत भूमि की नारी की महिमा का बखान करना आसान नहीं है। यहां की नारी में भगवान शिव का आधा स्वरूप बसता है इसलिए अर्धनारीश्वर कहलाते हैं। महिलाओं में जो धैर्य और पीड़ा सहन करने की क्षमता है वह किसी पुरुष के बस की बात नहीं है। जीवन में सत्य आता है तो शिव का प्रवेश स्वत: ही हो जाता है। जैसे ही शिव का प्रवेश होता है वैसे ही मानव का जीवन सुंदर बन जाता है, इसलिए सत्यम, शिवम्, सुंदरम् कहा गया है।
यह बात कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सीहोरवाले) ने विशाल नगर मैदान अन्नपूर्णा रोड पर कही। वे सात दिनी शिव महापुराण कथा के चौथे दिन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब भी शिव मंदिर में जाओ तो त्रिपुण्ड अवश्य लगाओ। यह त्रिपुण्ड भस्म, हल्दी,चंदन, अबीर, गुलाल जो मिल जाए उसका हो। इससे शिव की प्रसन्नता प्राप्त होती है। महर्षि नारद ने शिव प्राप्ति के जो छह सूत्र बताए है उसमें यह शामिल है। प्रति दिन त्रिपुण्ड न लगा सके तो सप्ताह में एक दिन अवश्य लगाए। इन छह सूत्र में पंचाक्षर मंत्र का जाप और रुद्राक्ष धारण करना भी शामिल है। किसी के अचानक दुर्घाटना की सूचना मिले तो पंचाक्षर मंत्र पांच, सात, 11 बार जाप करे। इस पीड़ित व्यक्ति को राहत मिलेगी। गुरुवार को कथा दोपहर 2 से 5 बजे तक होगी।
मातृशक्तियों ने किया भूतेश्वर महादेव का जलाभिषेक
मातृशक्ति सर्वधर्म समाज सेवा समिति के तत्वावधान में अन्नपूर्णा नगर से भूतेश्वर महादेव मंदिर पंचकुइया तक मातृशक्ति कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भूतेश्वर महादेव का जलाभिषेक एवं रूद्राभिषेक कर शहर में सुख-शांति की प्रार्थना की गई। समिति की संस्थापक अध्यक्ष वर्षा जैन, संयोजक मुरारीलाल माहेश्वरी एवं रज्जू पंचोली ने यात्रा को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए महामंडलेश्वर स्वामी दादू महाराज का शाल-श्रीफल से अभिनंदन किया। इस अवसर पर रूपाली रणदिवे, डा. चेतन सेठिया, निशिका जैन, रानी सेठिया आदि मौजूद थे।