
Khargone Violence इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। खरगोन में रामनवमी के मौके पर निकले चल समारोह पर हुए पथराव में घायल जमींदार मोहल्ला निवासी 16 वर्षीय शिवम शुक्ला की स्थिति में मंगलवार को मामूली सुधार हुआ। हालांकि वह अब भी वेंटिलेटर पर है। इधर घायल के रिश्तेदार और अन्य लोगों ने आरोप लगाए हैं कि खरगोन के खसखसवाड़ी में मस्जिद के आसपास कई घरों में लोहे की गुलेर बंधी हैं। घटना के बाद हम बहुत डरे हुए हैं। महिलाओं और बच्चों को वहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है।
डाक्टरों के मुताबिक शिवम को गंभीर चोंट आई है। स्थिति में सुधार की गति बहुत धीमी है। शिवम के मामेरे भाई नीलेश जोशी ने बताया कि रविवार को भीड़ जमकर पत्थरबाजी कर रही थी। कहीं से एक बड़ा पत्थर आकर शिवम को लगा। उसके सिर से खून बहता देख हम घबरा गए थे। उस वक्त तक शिवम को थोड़ा बहुत होश था मगर इंदौर लाते वक्त वह बेहोश हो गया।
टोपी पहनकर आया था हमलावर, बुर्के से भी चले था पत्थर
घर के बाहर खड़े थे कि अचानक अल्पसंख्यक वर्ग के लोग आए और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पेट्रोल बम भी फेंके गए शिवम भी वहीं खड़ा था। हम शिवम को गंभीर हालत स्थिति में खरगोन अस्पताल लेकर पहुंचे। मुख्य हमलावर टोपी पहनकर आया था। बुर्के में से भी पत्थर चले थे। शिवम को सिर में गंभीर चोट आई है। एमआरआइ के बाद पता चला कि सिर की हड्डी टूट गई है। जो मकान चिन्हित है और जो वीडियो में साफ दिख रहे हैं उन्हें जमींदोज करना चाहिए। प्रशासन हमें सुरक्षा उपलब्ध कराए। खरगोन के खसखसवाड़ी की मस्जिद के आसपास के कुछ घरों में लोगों ने लोहे की गुलेर बांध रखी है। एक दिन पहले के फोटो में यह साफ दिख रही है। अब कपड़े से ढांक दी गई है। प्रशासन को सख्त कार्रवाई करना चाहिए।
(जैसा शिवम के स्वजन नीलेश जोशी और सचिन पंडित ने मीडिया को बताया)