Hunting Game: खुद के खेतों में करवाता था हिरण का शिकार, शाजापुर से पकड़ा गया आरोपी
स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) ने वन्य प्राणियों का शिकार करने वाले पांचवे आरोपी को शाजापुर जिले से गिरफ्तार किया है। वह अपने गांव राघौखेड़ी से लगे खेतों में गिरोह को बुलाकर हिरण का शिकार करवाता था। गिरोह के सदस्यों ने तीन से चार बार शाजापुर और आसपास के क्षेत्रों में भी वन्यजीवों का शिकार किया है।
Publish Date: Sat, 22 Nov 2025 12:28:20 PM (IST)
Updated Date: Sat, 22 Nov 2025 01:20:06 PM (IST)
शिकार के बाद कुछ इस अंदाज में वन्यप्राणियों के शव के साथ खिंचवाते थे तस्वीरें। इसेंट में आरोपियों की फोटो।HighLights
- काले हिरण के मांस की तस्करी और शिकार मामले में मध्य प्रदेश से पहली गिरफ्तारी।
- इम्तियाज और सलमान ने उसके खेत से ही काले हिरण का शिकार किया था।
- आरोपी आजाद लंबे समय से शिकार और तस्करी की गतिविधियों में शामिल था।
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। काले हिरण के मांस की तस्करी और वन्यजीवों के शिकार के मामले में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) ने पांचवें आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। लगभग एक साल से चल रहे इस प्रकरण में मध्य प्रदेश से की गई यह पहली गिरफ्तारी है। शाजापुर जिले के राघौखेड़ी गांव निवासी आजाद सिंह सोलंकी को आरोपित बनाया गया है। रिमांड के दौरान पूछताछ में उसने कई बड़े खुलासे किए। वह स्वयं के खेतों में गिरोह को बुलाकर हिरण का शिकार करवाता था।
आरोपित ने बताया कि इम्तियाज और सलमान ने उसके खेत से ही काले हिरण का शिकार किया था। एसटीएसएफ के मुताबिक आरोपी लंबे समय से शिकार और तस्करी की गतिविधियों में शामिल था। गिरोह के सदस्यों ने तीन से चार बार शाजापुर और आसपास के क्षेत्रों में भी वन्यजीवों का शिकार किया है। रिमांड समाप्त होने के बाद आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
इन पर हुई कार्रवाई
- मित्तल नगर ओशिवारा वेस्ट मुंबई निवासी इम्तियाज पुत्र शकील खान गिरोह का मुख्य सरगना है। इसका गरम मसाले का कारोबार है। मसाले की आड़ में तस्करी करना सामने आया है।
- मुनावर मोमिन नगर वेस्ट मुंबई निवासी सलमान पुत्र हारुन पिपारजी की गिरोह में अहम भूमिका है, जो रेडिमेड कपड़ों का व्यवसायी है। शिकार के बाद हिरण-चीतल की खाल को प्रोसेस करने का अच्छा जानकार है। इसके मार्गदर्शन में खाल को तैयार किया जाता था।
- मित्तल नगर वेस्ट मुंबई निवासी जौहर पुत्र इब्राहिम हुसैन है, जो व्यवसायी है, जो वन्यप्राणियों की गतिविधियों का पता लगाता है। इसके लिए ग्रामीणों से संपर्क में रहता है।
- जोगेश्वरी मुंबई निवासी सबाह पुत्र सलाहुद्दीन भी गिरोह का सदस्य है, जो मुंबई में निजी एयरलाइंस कंपनी के दफ्तर में काम करता है। ग्राहकों से संपर्क कर सौदेबाजी करता था। खासकर खाल की तस्करी में अहम भूमिका बताई जा रही है।
शाजापुर निवासी आजाद सिंह सोलंकी कृषक है। 250 बीघा जमीन का मालिक है। इसके इलाके में हिरण और चीतल का मूवमेंट अधिक रहता है, जो गिरोह को शिकार के लिए बुलाता था। ![naidunia_image]()
यह जब्त हुआ सामान
- 65 किलो काले हिरण का मांस
- 1 देसी पिस्टल
- 3 जिंदा कारतूस
- 1 स्वीडिश बंदूक
- 4 मोबाइल फोन
- 1 वाहन
केपटाउन में भी कर चुका है शिकार
गिरफ्तार इम्तियाज के बारे में जांच टीम को पता चला है कि वह दक्षिण अफ्रीका की राजधानी केपटाउन में भी शिकार कर चुका है। वहां भी गिरोह के सदस्य सक्रिय हैं। तस्करी के बाद जानवरों की खाल विदेश में बेची जाती थी।
सलमान का मोबाइल अभी नहीं खुला
तस्करी के दौरान पकड़े गए तीन आरोपितों में से दो के मोबाइल फोन का डेटा खुल चुका है। इम्तियाज के मोबाइल से हिरण, चीतल, चिंकारा और बारहसिंगा के शिकार की तस्वीरें और 50 से अधिक वीडियो मिले हैं। सलमान का मोबाइल अब तक नहीं खुला है। वहीं जौहर हुसैन के मोबाइल में कोई संदिग्ध तस्वीरें नहीं मिलीं। सबाह ने वाट्सअप और टेलीग्राम की चैटिंग डिलीट कर दी। आजाद के फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
आर्म्स एक्ट की कार्रवाई नहीं
तस्करों के पास से एक देसी पिस्टल और एक स्वीडिश बंदूक जब्त की गई है, लेकिन वन विभाग ने इस संबंध में पुलिस को कोई पत्र नहीं लिखा। इसके चलते अब तक आरोपियों पर आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं हो सकी है।
कई उलझे हुए सवाल
- मुंबई में पार्टियों के लिए काले हिरण का मांस तस्करी किया जाता है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वहां किन-किन लोगों को यह मांस परोसा जाता था। इम्तियाज की काल डिटेल में कई लोगों से बातचीत से जुड़े प्रमाण मिले हैं। इन्हें आरोपित क्यों नहीं बनाया?
गिरोह के सदस्य सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, लटेरी और नर्मदापुरम (होशंगाबाद) के जंगलों में बेखौफ कैसे शिकार करते थे। वन विभाग को इसकी जानकारी कैसे नहीं मिली? क्या वनकर्मी व ग्रामीण तस्करों से संपर्क में रहे हैं?
गिरोह हिरण-चीतल के मांस, खाल और ट्राफी की तस्करी में शामिल था। फिर भी टीम बाकी सदस्यों तक क्यों नहीं पहुंच पाई?
गिरोह का मुख्य सदस्य व राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज आमिर खान (भोपाल) अभी तक एसटीएसएफ की पकड़ से कैसे दूर है। फिलहाल उस पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। दो अलग-अलग बनाएं प्रकरण
काले हिरण मांस और शिकार दो अलग-अलग प्रकरण आरोपितों पर बनाए हैं। अभी जांच पूरी नहीं हुई है। इसलिए आर्म्स एक्ट को लेकर कार्रवाई बाकी है। शाजापुर से पकड़े गए आरोपित के खेतों में शिकार होता है, जो राजस्व की भूमि है। कुछ और संदिग्धों की जांच चल रही है। - शरद कुमार जाटव, प्रवक्ता, एसटीएसएफ