इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Digital Content Indore। महामारी में विद्यार्थियों का एक साल निकल गया। इस बीच स्कूल या कालेज की कक्षाएं पूरी तरह बंद रही। शिक्षण संस्थान आनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं और परीक्षा भी आनलाइन ही हो रही है। शुरुआत में बाजार बंद होने से विद्यार्थियों को कई विषयों की किताबों से परेशान होना पड़ा लेकिन इस परेशानी के बीच एक बड़ा फायदा हो गया। लगातार एक साल से कई शिक्षण संस्थान, कोचिंग संस्थान और विद्यार्थी खुद अपने स्तर पर डिजिटल कंटेंट एकत्रित कर रहे थे। अब शिक्षण संस्थानों और विद्यार्थियों के पास हर तरह के विषयों को पढ़ने के लिए पीडीएफ फार्मेट में किताबें मौजूद है। इसका फायदा भविष्य में भी मिलेगा।
सहोदय ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष श्याम अग्रवाल का कहना है कि सरकार की कई वेबसाइट पर भी कई विषयों के कंटेंट उपलब्ध थे लेकिन महामारी के पहले तक इनका उपयोग बहुत कम विद्यार्थी कर रहे थे लेकिन अब शिक्षा आनलाइन माध्यमों से ही ली जा रही है ऐसे में गूगल और सरकारी वेबसाइट पर मौजूद कंटेंट काफी डाउनलोड किया गया है। शहर के करीब 130 सीबीएसई स्कूलों की बात करें तो हर स्कूल ने डिजिटल कंटेंट बनाने में योगदान दिया है।
इंदौर कोचिंग एसोसिएशन के सलाहकार आकाश बंसल का कहना है कि महामारी ने डिजिटल कंटेंट से पढ़ाई करने की आदतों को मजबूत किया है। इसके पहले तक भी कई जरूरी कंटेंट इंटरनेट पर मौजूद रहता था लेकिन आनलाइन पढ़ने की आदत कम होती थी चूंकि अब ज्यादातर विद्यार्थी मोबाइल या लैपटाप के द्वारा ही पढ़ाई कर रहे हैं तो किसी भी विषय पर अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए गूगल पर सर्च कर लेते हैं। इससे इन्हें कई तरह की जानकारी मिल जाती है। हमने भी बड़ी संख्या में पिछले महीनों में डिजिटल कंटेंट तैयार किए हैं। इससे विद्यार्थी को अच्छा लाभ मिल रहा है।
प्रतियोगी परीक्षाओं में भी लाभकारी
प्रतियोगी परीक्षाओं में तो सबसे ज्यादा डिजिटल कंटेंट महामारी में तैयार हुआ है। बैंक, पुलिस, रेलवे और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें बाजार में नहीं मिल रही थी। ऐसे में कई विशेषज्ञों द्वारा जारी किताबों को डिजिटल करके विद्यार्थियों ने उपयोग किया है। विशेषज्ञ ओपी तिवारी का कहना है कि हमने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए कई किताबों को डिजिटल रूप दिया और इसे पूरे प्रदेश के विद्यार्थियों के बीच पहुंचाया। महामारी के कारण कई परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी। अब संक्रमण मामले कम होने से व्यावसायिक परीक्षा मंडल की कई परीक्षाएं अगले महीनों में हो सकती है। इसमें विद्यार्थियों को पहले से तैयार डिजिटल कंटेंट से काफी फायदा मिलेगा।