IIM Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। विज्ञान भवन (दिल्ली) में 23 जनवरी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-23 समारोह हुआ। नवाचार क्षेत्र में योगदान करने वाले 11 विद्यार्थियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। इनमें भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) इंदौर के आइपीएम प्रतिभागी आदित्य प्रताप सिंह चौहान भी शामिल थे। माइक्रोपा: ए नावेल अप्रोच फार द डाई-बेस्ड डिटेक्शन एंड एल्गी-ड्रिवन फिल्ट्रेशन आफ माइक्रोप्लास्टिक्स इन ड्रिंकिंग वाटर के लिए इनोवेशन कैटेगरी के तहत आदित्य को पुरस्कार मिला।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्यार्थियों से बातचीत की। आइआइएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने कहा कि संस्थान विद्यार्थियों के लिए सर्वश्रेष्ठ पेशकश पर ध्यान केंद्रित करता है। आदित्य की इस उपलब्धि की यात्रा नौवीं में शुरू हुई थी, जब उसके प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई। इसे विकसित होने में कुछ वर्षों का समय लगा और इसे आइआइएम इंदौर के आइपीएम कार्यक्रम के दौरान पूरा किया। आदित्य के प्रोजेक्ट ने 80 से अधिक देशों के प्रतिभागियों के साथ इंटरनेशनल जीनियस ओलंपियाड में रजत पदक भी जीता है।

आदित्य ने तैयार किया डिटेक्शन सिस्टम

आदित्य ने कहा कि मैंने जो डिटेक्शन सिस्टम तैयार किया था, उसमें पानी के नमूने पर उपयोग करने के लिए एक जैव रासायनिक डाई शामिल है। इसे बाद में एक कंप्यूटर विजन बेस्ड एल्गोरिदम के माध्यम से पारित किया जाता है, जो पीने के पानी में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक्स की संख्या की जानकारी दे सकता है। दूसरे चरण में, फिल्टर कार्ट्रिज फिल्टरिंग एजेंट के रूप में माइक्रोएलगी का उपयोग करता है।

Posted By: Hemraj Yadav

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