गजेन्द्र विश्वकर्मा, इंदौर Data Science Course Indore। दुनिया में तेजी से डाटा से संबंधित काम बढ़ रहे हैं। इससे डाटा साइंस की समझ रखने वालों की डिमांड बढ़ती जा रही है। इसकी जरूरत को समझते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइएम) इंदौर संयुक्त रूप से एमएस डाटा साइंस कोर्स शुरू करने जा रहे हैं। दो साल के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में तकनीकी विषय आइआइटी इंदौर और डाटा मैनेजमेंट से संबंधित विषय आइआइएम इंदौर के प्रोफेसर्स पढ़ाएंगे। यह देश में अनोखे तरह का कोर्स होगा जिसमें दोनों उच्च संस्थान के प्रोफेसर्स शिक्षा देंगे। खास बात यह है कि नौकरीपेशा व्यक्ति भी इसमें प्रवेश ले सकेंगे। डिग्री के साथ ही डाटा साइंस के कुछ शार्ट कोर्सेस भी शुरू किए जा रहे हैं।
आइआइटी इंदौर और आइआइएम इंदौर के बोर्ड में डाटा साइंस के पीजी कोर्स को हरी झंडी दे दी गई है और दिसंबर से इसमें प्रवेश शुरू हो सकते हैं। आइआइटी इंदौर के कार्यवाहक निदेशक प्रो. निलेश कुमार जैन का कहना है कि आपराधिक रिकार्ड, फारेंसिक विज्ञान, सिंचाई के साधन, जलवायु परिवर्तन, वन विभाग, फायर एंड सेफ्टी, डाटा कलेक्शन जैसे कई क्षेत्र है जिसमें डाटा विशेषज्ञों की सहायता से सटिक परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। कई सरकारी विभाग अपने डाटा का सहीं उपयोग करके कामों को आसान बना सकते हैं। इसका फायदा सरकारी विभागों को ही नहीं प्राइवेट संस्थानों को भी है। जिस तरह से दुनिया में डाटा एकत्रित करने का काम तेजी से किया जा रहा है उसे देखते हुए अगले सालों में इस क्षेत्र के जानकारों की मांग और बढ़ेगी।
राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मिलेगा प्रवेश
आइआइटी इंदौर ने डाटा साइंस का कोर्स तैयार करने की शुरुआत कर दी है। इसमें ग्रेजुएट के साथ ही नौकरीपेशा को भी प्रवेश दिया जाएगा। चयन के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा टीसीएस या अन्य परीक्षा कराने वाली एजेंसी के माध्यम से कराई जा सकती है। परीक्षा में प्राप्त आवेदनों की संख्या से तय किया जाएगा कि सीटों की संख्या कितनी रखी जाए। प्रो. निलेश कुमार जैन का कहना है कि महामारी के चलते कक्षाएं आनलाइन और आफलाइन दोनों माध्यमों से लगेगी।