
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भाजपा के पूर्व विधायक भंवरसिंह शेखावत राजेश अग्रवाल की भाजपा में वापसी से बेहद खफा हैं। उन्होंने शनिवार को मीडिया से चर्चा की और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर कई गंभीर आरोप लगाए।
शेखावत ने कहा कि 'विधानसभा चुनाव में मेरे खिलाफ राजेश अग्रवाल को विजयवर्गीय ने चुनाव लड़वाया था और आर्थिक मदद भी की थी जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। अब विजयवर्गीय अग्रवाल को फिर पार्टी में ले आए, इससे बदनावर के भाजपा कार्यकर्ता खफा हैं।
शेखावत ने कहा कि मेरा विजयवर्गीय से 36 का आंकड़ा नहीं है। उन्हें तो 1980 में मैं ही पार्टी में लाया था जिसका नुकसान मुझे ही उठाना पड़ा। वे पार्टी में बड़े नेता हैं, लेकिन उनके क्रियाकलापों से बदनावर में पार्टी को फिर नुकसान होगा।
शेखावत ने यह भी कहा कि विजयवर्गीय ने सुमित्रा महाजन को भी चुनाव हरवाने की कोशिश की और विजयवर्गीय के कारण ही उषा ठाकुर को शहर छोड़कर गांव से टिकट दिया गया।
मैंने तीन नंबर विधानसभा से टिकट मांगा था
शेखावत ने कहा कि मैंने तीन नंबर विधानसभा से टिकट मांगा था, लेकिन विजयवर्गीय ने ऐसा नहीं होने दिया और मुझे बदनावर भेज दिया। विजयवर्गीय चाहते हैं कि इंदौर शहर में उनका ही सिक्का चले, इसलिए यहां किसी नेता को स्थापित नहीं होने देना चाहते हैं।
शेखावत ने कहा कि मेरे बेटे को भी नगर निगम चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा करवाकर चुनाव हराने में दो नंबर खेमे की भूमिका रही। इस मामले में विजयवर्गीय से प्रतिक्रिया चाही गई, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था।