Indian Railways: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। वर्षाकाल में इंदौर आसपास चल रहे रेल प्रोजेक्ट्रों की गति धीमी हो चुकी है। बारिश के कारण रेल प्रोजेक्ट में खोदाई और निर्माण कार्य दोनों प्रभावित है। इंदौर-देवास-उज्जैन रेल लाइन के दोहरीकरण का अंतिम चरण भी इससे प्रभावित हुआ है।
अंतिम चरण में बरलई से लक्ष्मीबाई नगर तक दोहरीकरण किया जाना है। 27 किमी हिस्से में पुल-पुलिया निर्माण और गिट्टी बिछाने का किया जाना है। कुछ हिस्से में अर्थवर्क भी अधुरा है। यह सभी काम बारिश के कारण धीमे हो चुके हैं। हालांकि रेलवे द्वारा जहां गिट्टी बिछाई जा चुकी है, वहां कार्य किया जा रहा है।
मालवा क्षेत्र में हाे रही धीमी बारिश ने ही रेलवे प्रोजेक्टों की गति को थाम दिया है। इस साल के अंत तक रेलवे प्रोजेक्टों को पूरा करने का लक्ष्य लेकर शुरू किए गए प्रोजेक्ट धीमे हो चुके है। अभी तेज बारिश का दौर शुरू नहीं हुआ इसके बाद भी धीमी बारिश से रेलवे प्रोजेक्ट के काम प्रभावित हो रहे। जमीन गीली होने का कारण मिट्टी कीचड़ में बदल गई है। अब सितंबर या उसके बाद ही बड़े विकास कार्यों की गति बढ़ाई जा सकेगी, तब तक केवल वही काम हो सकेंगे, जो बारिश में संभव हैं। बरलई से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन तक कई निर्माण कार्य होना है जो रूक गए है। इस प्रोजेक्ट को दिसंबर तक पूरा किया जाना है।
यह भी हो हुए प्रभावित
राऊ से महू के बीच चल रहा दोहरीकण का काम भी प्रभावित हुआ है। यहां भी दोहरीकरण किया जा रहा है।बारिश के कारण पुल पुलिया का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है। इस प्रोजेक्ट में करी सात पुल पुलिया बनाई जाना है। वहीं हरनियाखेड़ी का रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म भी बनाया जाना है। पांच किमी हिस्से में अर्थवर्क पूरा हो चुका है। बाकी हिस्से में पुल-पुलिया के निर्माण के बाद दोहरीकरण किया जाएगा।