नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर का देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट साल 2025 की दूसरी तिमाही (अप्रैल से जून) में देश के शीर्ष एयरपोर्ट में तीसरे पायदान पहुंच गया। साल की पहली तिमाही में चौथे नंबर पर था, लेकिन दूसरी तिमाही में 0.01 अंक का सुधार कर तीसरी रैंकिंग हासिल की। इंदौर को दूसरी तिमाही में 4.93 अंक मिले। वहीं 4.94 अंक के साथ गोवा पहले और 4.94 अंक के साथ पुणे दूसरे नंबर पर रहा।
कभी नंबर वन रहने वाला इंदौर एयरपोर्ट यात्री सुविधाओं में अपनी रैंकिंग नहीं सुधार पा रहा है। वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में यात्री सुविधाओं में मामूली सुधार कर देश के शीर्ष तीन एयरपोर्ट में तो समाविष्ट हो गया, लेकिन शीर्ष स्थान हासिल नहीं कर पाया। हाल ही में जारी हुई एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे की रिपोर्ट में इंदौर एयरपोर्ट को तीसरी रैंकिंग मिली है।
दूसरी तिमाही में गोवा एयरपोर्ट पहले स्थान पर रहा है। साल 2024 की आखिरी तिमाही में इंदौर एयरपोर्ट दूसरे पायदान पर रहा था, जबकि पहली और दूसरी तिमाही में 12वें पायदान पर रहा था। एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि लगातार सुविधाओं में सुधार कर रहे हैं। आने वाली तिमाही में इसका असर दिखाई देगा।
इंदौर एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं को लेकर 31 पैरामीटर पर हुए सर्वे में यात्रियों को दो पैरामीटर पर कम अंक मिले। इसमें शापिंग और डाइनिंग स्टाफ की शिष्टता यात्रियों को पसंद नहीं आई है। वहीं वाशरूम और टायलेट की उपलब्धता में भी इंदौर को कम अंक मिले। हालांकि अन्य उड़ानों से कनेक्शन करने में आसानी में पूरे पांच अंक इंदौर एयरपोर्ट को मिले, जबकि पहली तिमाही में जीरो नंबर मिले थे।
इंदौर एयरपोर्ट को साल 2024 की वार्षिक रैंकिंग के दौरान 10वीं रैंकिंग मिली थी। इंदौर को पांच में से 4.92 अंकों से संतोष करना पड़ा। यह रैंकिंग पहली और दूसरी तिमाही में टाप-10 से बाहर रहने के कारण मिली थी। इसके बाद एयरपोर्ट ने अपनी सुविधाओं में सुधार किया। इस साल भी लगातार सुधार कर रहा है।
साल की दूसरी एएसक्यू सर्वे रिपोर्ट में तीसरे नंबर पर रहे इंदौर और चौथे नंबर पर कोलकाता को एक समान 4.93 अंक मिले हैं। इसके बावजूद इंदौर को तीसरी और कोलकाता को चौथी रैंक मिली। नंबर समान रहने पर रैंकिंग एशिया पेसिफिक के आधार पर तय की गई। एशिया पेसिफिक में इंदौर 58वें और कोलकाता 59वें नंबर पर है। गोवा और पुणे की रैंकिंग भी इसी आधार पर तय हुई। एएसक्यू सर्वे में देश के 16 एयरपोर्ट को शामिल किया गया है।