नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। कृषि उपकरण और पाइप कारोबारी चिराग जैन की उनके पूर्व पार्टनर विवेक जैन ने फ्लैट में घुसकर हत्या कर डाली। आरोपित ने आठ साल के बच्चे के सामने ही 15 से ज्यादा बार चाकू घोंपे और हत्या कर फरार हो गया। विवेक जैन चिराग का बचपन का दोस्त भी है। वह बातचीत के बहाने घर आया था। घटना शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे मिलन हाईट्स (बिचौली मर्दाना) की है। 49 वर्षीय चिराग पुत्र देवेंद्र जैन कृषि उपकरण और पाइप का व्यवसाय करते थे।
बख्तावर रामनगर(तिलक नगर) निवासी विवेक जैन उनका बिजनेस पार्टनर रहा है। शनिवार सुबह साढ़े छह बजे वह चिराग के सी-ब्लाक स्थित फ्लैट (806) में पहुंचा और चिराग की चाकू मार कर हत्या कर डाली। जोन-2 के एडिशनल डीसीपी अमरेंद्रसिंह के मुताबिक घटना के वक्त चिराग की पत्नी पूनम स्कीम-140 स्थित जिम गई थी। 8 वर्षीय बेटा विहान (विभू) सो रहा था। पार्टनरशिप और दोस्ती के कारण वह घर आता रहता था। सुबह गार्ड ने पूछा को चिराग से बातचीत का बोला और आठवीं मंजिल पर आ गया।
चिराग ने उसे डायनिंग एरिया में बैठाया और बात की। तभी विवेक ने सब्जी काटने का चाकू उठाया और चिराग के गले, सीने और पेट पर मारना शुरू कर दिया। रोने की आवाज सुनकर विहान उठा और पूनम का काल लगाया। पूनम ने अपने राकेश शर्मा को घटना बताई और घर पहुंचने के लिए कहा। राकेश के मुताबिक चिराग खून से लथपथ अवस्था में पड़े थे। उन्होंने दोस्त दीपक जैन की मदद ली और स्कीम-140 स्थित नारायणी अस्पताल ले गए। चेकअप के बाद डाक्टर ने उन्हें एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया। तब तक चिराग के रिश्तेदार और कारोबारी मित्र भी पहुंच गए।
एमवाय अस्पताल में डाक्टरों ने चिराग को मृत घोषित कर दिया। विहान ने बताया पापा संघर्ष कर रहे थे और विवेक अंकल चाकू मार रहे थे। विवेक ने उसकी आंखों के सामने चाकू मारे और लिफ्ट से फरार हो गया। बच्चों को स्कूल भेज मार्निंग वाक के बहाने घर से निकला। सूचना मिलते ही प्रभात गश्त कर रहे एसीपी (मल्हारगंज) विवेक चौहान मौके पर पहुंचे। टीआई डा.सहर्ष यादव के मुताबिक विवेक जैन कार लेकर फरार हो गया। उसके चारों मोबाइल भी घर मिल गए।
पत्नी से पूछा तो बताया वह उसके सामने ही निकला था। दोनों बच्चों को स्कूल भेजा और उससे कहा कि मॉर्निंग वाक पर जा रहा है। उसे जरा भी शक नहीं था। विवेक की पत्नी ने कहा पार्टनरशिप को लेकर विवाद चल रहा है। उसने फोन पर भी चिराग को धमकाते हुए सुना है। विवेक कुछ दिनों से चिराग से रंजीश रखने लगा था।