Indore Collector: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। लोकसभा चुनाव को देखते हुए राज्य शासन ने इंदौर में प्रशासनिक फेरबदल किया है। निगमायुक्त के पद पर रहकर इंदौर शहर से कचरे के पहाड़ को हटवाने व दो बार स्वच्छता में नंबर एक का ताज दिलवाने वाले आशीष सिंह को राज्य शासन ने इंदौर कलेक्टर की नई जिम्मेदारी दी है। मनीष सिंह के बाद वे दूसरे कलेक्टर है जिन्हें इंदौर में निगमायुक्त रहने के बाद कलेक्टर पद की जिम्मेदारी मिली है।
क्षिप्रा के मामले में एनजीटी ने उज्जैन व
इंदौर कलेक्टर सहित अन्य जिलों के कलेक्टर को भी तलब किया था। इंदौर कलेक्टर बनने पर कान्ह नदी में दूषित पानी न पहुंचे, यह चुनौती उनके सामने होगी। हालांकि शहरवासियों का व अधिकारी वर्ग का मानना है कि निगमायुक्त के पद पर रहकर शहर की अच्छी तरह से जानने वाले आशीष सिंह के लिए इंदौर कलेक्टर के रूप में शहर का प्रबंधन काफी आसान होगा। वे शहर की स्वच्छता जैसे मुद्दे को भी बेहतर तरीके संभालेंगे और प्रशासन के साथ निगम संबंधित कार्यों में उनके अनुभव का लाभ मिलेगा।
आशीष सिंह के कार्यकाल में शहर को मिली उपलब्धियां
(सीईओ जिला पंचायत, इंदौर- 7 अक्टूबर 2013 से 1 मार्च 2016 तक)
- भारत में दूसरा जिला इंदौर जिसे ओडीएफ का मिला खिताब।
- ग्राम पंचायतों की राजस्व वसूली व्यवस्था बेहतर बनाई।
(निगमायुक्त, इंदौर- 2 मई 2018 से 4 मई 2020)
- वर्ष 2019 व 2020 में स्वच्छता का नंबर एक खिताब शहर को मिला।
- ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरे के 13 लाख टन पहाड़ को बायो रेमेडिएशन के तहत हटाकर निष्पादन का काम किया।
- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत रोड चौड़ीकरण, राजवाड़ा व गोपाल मंदिर के जीर्णोद्धार का काम शुरू हुआ।
- कार्बन क्रेडिट की बिक्री से निगम को मिले नौ करोड़ रुपये।
-निगम ने अमृत 1 योजना के लिए 140 करोड़ बांड जारी किया। ग्रीन बांड की शुरुआत भी हुई।
13 महीनों में जन के लोकप्रिय बने रहे ‘राजा’
इंदौर कलेक्टर डा. इलैया राजा टी को मप्र पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक की नई जिम्मेदारी मिली है। इंदौर में कलेक्टर के रूप में उनका कार्यकाल महज 13 माह का रहा। इस दौरान जनता के लोकप्रिय कलेक्टर बने रहे। जनसुनवाई से लेकर शहर विकास के कार्यों में उनकी अहम भूमिका रही।
उपलब्धियां
- इनके कार्यकाल में विधानसभा चुनाव निर्विवाद संपन्न हुए।
- रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से 40 लाख रुपये की आर्थिक सहायता। 572 दिव्यांगों को स्कूटी व जरूरतमंदों को लैपटाप व 350 छात्रों को एक-एक लाख रुपये की मदद। हर दिन लोगों की समस्या सुनने के लिए उपलब्ध।
- प्रवासी भारतीय सम्मेलन व जी-20 के दो प्रमुख आयोजनों का सफलतापूर्वक करवाया।
- स्मार्ट सिटी के एमओजी लाइन स्थित भूमि पुनर्विकास प्रोजेक्ट आगे बढ़ाया।
- जलूद में 300 करोड़ के सोलर प्रोजेक्ट को लाने में इनकी अहम भूमिका रही।
- शहर में आइडीए व एमपी रोड डेवलपमेंट द्वारा आठ से ज्यादा फ्लाइओवर व ब्रिज निर्माण कार्य को गति।
- बायपास के दोनों साइड पर सुरक्षा के लिए 32 किमी लंबाई में रेलिंग लगवाई।
चुनौतियों को आसानी से किया हल
- बेलेश्वर महादेव मंदिर में बावड़ी हादसे के मामले को बखूबी संभाला। घटना के बाद रातभर व अगले दिन सुबह तक बावड़ी में से अंतिम शव निकाले जाने तक मौजूद रहे।
- 31 घंटों में 362 मिमी वर्षा के दौरान जलजमाव के दौरान रेस्क्यू आपरेशन में अलग-अलग इलाकों में पहुंचकर लोगों को प्रशासनिक मदद पहुंचाई।
- ड्राइवरों की हड़ताल के दौरान शहर के पेट्रोल पंपों पर लगी कतारों को खत्म करवाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर टैंकरों को पंप तक पहुंचाने में अहम भूमिका।
इंदौर के लोगों ने काफी स्नेह दिया। मुझे इंदौर में काम करने का कम समय मिला, लेकिन हमने जनता को बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था देने का प्रयास किया।
-डा. इलैया राजा टी, कलेक्टर इंदौर