
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। भागीरथपुरा क्षेत्र में नर्मदा पेयजल लाइन में दूषित पानी आने की समस्याएं पिछले एक माह से निरंतर जारी थीं। नलों के इस संबंध में रहवासी भी शिकायत कर रहे थे। निगम के जल यंत्रालय विभाग के अफसरों को भी इसकी जानकारी थी। करीब 11 दिन पहले लोगों के घरों के नल में जो पानी आया था उसका स्वाद कुछ केमिकल के जैसा था। इस वजह से इसका स्वाद कड़वा भी लगा था।
ऐसे में यह सवाल है कि पानी में क्लोरीन था या अन्य केमिकल, यह निगम के अधिकारी अभी तक स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं। रहवासियों ने इसकी शिकायत भी निगम के अफसरों से की लेकिन उन्होंने भी कोई एक्शन नहीं लिया। लोगों ने माना कि शायद क्लोरीन की मात्रा ज्यादा होने के कारण उन्हें पानी का स्वाद कड़वा लगा।
नगर निगम के जल यंत्रालय विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जलूद से जब पानी सप्लाई किया जाता है तब ही उसमें क्लोरीन मिलाया जाता है। इंदौर में पानी की टंकियों से जल सप्लाई करने के पूर्व पानी में क्लोरीन के स्तर की जांच कर उसके आंकड़े दर्ज किए जाते हैं। ऐसे में पानी में क्लोरीन की मात्रा बढ़ने के कारण पानी कड़वा था या अन्य कोई केमिकल, यह स्पष्ट नहीं हुआ।
24 दिसंबर को मेरी पत्नी शिवानी को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके बाद मेरी मम्मी को तबीयत खराब हुई तो उन्हें 27 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती करवाया। 15 दिन पहले नर्मदा का पानी जो इस क्षेत्र में सप्लाई हुआ था उसमें दवाई मिली हुई थी। उसका स्वाद कुछ अलग था। पूर्व में नलों में हल्का पीले रंग का पानी भी आता था तो हम घरों में फिटकरी डालते थे।- यश परेवा, रहवासी भागीरथपुरा
23 दिसंबर को मेरे पिता इंदर सिंह प्रजापत को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई तो उन्हें लेकर मैं अरबिंदो अस्पताल गया था। झलारिया से बुआ भी हमारे घर आई थीं, उनकी भी दूषित पानी पीने के कारण तबीयत खराब हुई और अस्पताल में एडमिट करना पड़ा। हमारे घर में वाटर प्यूरीफायर लगा हुआ है। मैं और पत्नी उसका पानी पी रहे थे। पिताजी व बुआजी ने नर्मदा लाइन से आने वाला पानी पिया, इस कारण वे बीमार हुए। 19 दिसंबर को नल के पानी का स्वाद कड़वा भी लगा था। -रितिक प्रजापत, रहवासी भागीरथपुरा
24 दिसंबर को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद मैं अरविंदो अस्पताल में भर्ती हुआ। दो दिन मैं आइसीयू में भी रहा। हम लोग घर में नर्मदा पानी भरकर उसमें क्लोरीन ड्राप डालकर पीते थे। दूषित पानी पीने से मैं बीमार हुआ। 11 दिन पहले नलों में कसैला दवाई मिला पानी सप्लाई हुआ था। - पंकज कंठाले, रहवासी भागीरथपुरा
मरीमाता क्षेत्र के लक्ष्मणपुरी में रहने वाले गणेश परासकर ने 18 दिसंबर को क्षेत्र में गंदा दूषित पानी मिलने की शिकायत निगम की हेल्पलाइन इंदौर-311 पर की थी। परासकर के मुताबिक पिछले डेढ़ माह से हमारे क्षेत्र में गंदा पानी घरों के नलों में आ रहा है। अभी तक यह समस्याएं हल नहीं हुईं। हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बाद भी अभी तक निगम के अफसरों का न कॉल आया और न हीं उन्होंने हमारी सुध ली कि गंदा पानी क्यों आ रहा है।