नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। लव जिहाद के लिए फंडिग करने के मामले में फरार आरोपित नगर निगम के पार्षद अनवर कादरी की बेटी को बाणगंगा पुलिस ने दिल्ली के शालिमार बाग से पकड़ लिया है। पुलिस ने बताया कि कादरी अभी फरार है, इस दौरान वह अपनी बेटी आयशा(24) के संपर्क में था। मामले में बेटी को भी मुल्जिम बनाया है। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया, उसका तीन अगस्त तक का रिमांड मिला है।
पुलिस जब उसे कोर्ट से लेकर जाने लगी तो वह मुंह छुपाती हुई नजर आई। आयशा ने पिता से संपर्क करने के लिए सुखलिया निवासी दोस्त नवनीत कुरेचिया की सिम चुराई थी। वह जब आयशा से मिलने आई थी, इसी दौरान उसने सिम चुरा ली थी। अनवर भी दूसरी सिम से संपर्क में था, वह अभी बंद आ रही है।
आयशा ने पुलिस से बचने के लिए ऐसा कर रही थी। पुलिस ने नवनीत से भी इस मामले में पूछताछ की थी, जिसमें उसने बताया कि उसकी सिम चुराई थी। थाना प्रभारी सियाराम गुर्जर के मुताबिक आयशा से पूछताछ की जा रही है कि कादरी की फरारी में और कौन मदद कर रहा है।
दिल्ली में रहकर आयशा कानून की पढ़ाई कर रही है। वह यहां से पिता की आर्थिक मदद भी अलग-अलग माध्यमों से कर रही थी। अभी तक पुलिस को दिल्ली में अनवर के रहने की पुष्टि नहीं हुई है। अनवर पर 20 हजार का इनाम घोषित किया गया था। उसकी तलाश में उसके घर के साथ ही महाराष्ट्र के रिश्तेदारों के यहां भी पुलिस ने दबिश दी थी। एसीपी रूबिना मिजबानी के मुताबिक आरोपित अनवर कादरी को संरक्षण देने के मामले में बेटी को दिल्ली से पकड़ा है।
कुछ दिन पहले एक सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें दो युवक यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि उन्हें बहुसंख्यक वर्ग की लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाने और उसके बाद उनका धर्मांतरण कराने के लिए पार्षद कादरी ने रुपए दिए थे। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। वीडियो बहुप्रसारित होने के बाद से कादरी फरार है। पुलिस ने उसे पर दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है।