नईदुनिया, इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह बात कि इंदौर जो भी करता है, अलग हटकर करता है, एक बार फिर सिद्ध हो गई। स्वच्छता में सिरमौर इंदौर अब स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में भी नंबर वन आया है। दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले देश के 48 शहरों के बीच हुए स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2025 में इंदौर ने 200 में से 200 अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया। यही नहीं, 199 अंक पाकर जबलपुर ने दूसरा और 191 अंक प्राप्त कर भोपाल ने छठा स्थान प्राप्त किया। तीन लाख से कम जनसंख्या वाली श्रेणी में देवास को पहला स्थान मिला।
इंदौर को ट्रॉफी के साथ-साथ डेढ़ करोड़ रुपये का पुरस्कार मिला है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस उपलब्धि पर कहा कि स्वच्छ हवा और प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए शहर के प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। यह सम्मान इंदौर की जनता की जागरूकता और सहभागिता का परिणाम है।
1. कम से कम ठोस अपशिष्ट जलानाः इंदौर में यह पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया। कचरा जलाने वालों पर सख्त जुर्माना लगाया गया।
2. सड़कों को धूल मुक्त बनानाः दो दर्जन से ज्यादा स्वीपिंग मशीनों की मदद से 800 किमी लंबी सड़कों की प्रतिदिन सफाई की, सड़क किनारे मलबा डालने वालों पर सतत चालानी कार्रवाई की गई।
3. निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट से धूल को नियंत्रित करनाः इंदौर में निर्माणाधीन भवनों पर ग्रीन नेट का उपयोग अनिवार्य किया गया। सड़क पर मलबा फेंकने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई। मलबे से पेवर ब्लाक बनाने की इकाइयां स्थापित की गईं।
4. वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करनाः इंदौर ने ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए शहर में चार्जिंग स्टेशन बनाए, कार्बन डाईआक्साइड के उत्सर्जन को कम करने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट में ई-बसों के उपयोग को प्राथमिकता दी, 'सिग्नल आन-इंजिन आफ' अभियान चलाया।
5. उद्योगों से होने वाले उत्सर्जन को कम करनाः उद्योगों में सीएनजी और पीएनजी को बढ़ावा दिया। उद्योगों को अपने बायलर में कोयले या बायोकोल के बजाय सीएनजी, एलपीजी जैसे स्वच्छ ईंधन के उपयोग के निर्देश दिए। सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित करने के लिए उद्योगों को प्रेरित किया।
6. अन्य उत्सर्जन: शहर में कोयले से चलने वाली भट्टियों को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया। नवाचार करते हुए ग्रीन वेस्ट से पेलेट, वेस्ट कपड़े से धागा बनाने जैसे संयंत्र स्थापित किए।
7. जनजागरणः आमजन को जागरूक करने के लिए सतत अभियान चलाए। स्वच्छ वायु रैलियां आयोजित कीं। पर्यावरण के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया गया।
8. पीएम-10 घनत्व कम करना: शहर में सतत पौधारोपण किया गया। एक दिन में 12 लाख से ज्यादा पौधे रोपने का रिकार्ड बनाया। ग्रीन बेल्ट विकसित करने पर सतत काम किया। रोटरी डिवाइडर, बगीचों में पौधारोपण किया।