Indore Crime News: इंदौर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। एटीएम में छेड़छाड़ कर इंदौर सहित आसपास के क्षेत्रों में तीन दर्जन से अधिक वारदात करने वाली गैंग के तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गैंग सभी स्थानों से लाखों रुपये उड़ा चुकी है। आरोपितों से तीन अवैध पिस्टल, छह जिंदा कारतूस, एक चार पहिया वाहन और एटीएम मशीन से रुपये निकालने में उपयोग करने वाले तकनीकी उपकरण सहित 49 हजार 800 रुपये बरामद किए हैं। बदमाश जिले में 11 से ज्यादा स्थानों पर वारदात कर चुके हैं।
क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश के आरोपित बजरंग उर्फ सावन पुत्र राजप्रताप सिंह सोमवंशी, 32 वर्षीय मेहताब पुत्र मेहफूज हसन और 43 वर्षीय मनीष पुत्र घनश्याम प्रसाद चौबे को परदेशीपुरा थाना पुलिस की मदद से पकड़ा है। पुलिस आरोपितों की तीन महीने से पीछा कर रही थी।
आरोपित 10-10 हजार रुपये करके रुपये निकालते और फिर फरार हो जाते थे। रविवार देर रात क्राइम ब्रांच और परदेशीपुरा थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक सफेद रंग की संदिग्ध कार लसूडिया, विजय नगर और हीरानगर क्षेत्र की तरफ घूम रही है। कार में एक ड्राइवर सहित दो अन्य संदिग्ध व्यक्ति बैठे हैं, उनके पास हथियार भी हैं। साथ ही यह भी पता चला कि गैंग बाहरी है। टीम ने कार को एमआर-4 की तरफ रोका और आरोपित को पकड़ा। गैंग मूल रूप से प्रतापगढ़ की रहने वाली है।
जेल में हुई थी मुलाकात
पूछताछ में पता चला कि गैंग का मुखिया बजरंग उर्फ सावन है, वह करीब 2 वर्ष पहले एटीएम चोरी से संबंधित मामले में सागर जेल में बंद था। यहां पर हत्या के आरोप में सजा काटने वाले मनीष चौबे से मुलाकात हुई। जेल से छूटने के बाद बजरंग ने मनीष को एटीएम से रुपये निकालने की ट्रेनिंग दी, उसके बाद वारदात करने लगे। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है, जिसमें कई खुलासा होने की संभावना है।
जबलपुर, कानपुर और इलाहाबाद में भी कर चुके वारदात
आरोपितों के खिलाफ हीरानगर, संयोगितागंज, परदेशीपुरा, छोटी ग्वालटोली, चंदननगर, एमजी रोड और लसूड़िया थानों में धोखाधड़ी की वारदात की है। इसके अलावा जबलपुर, कानपुर और इलाहाबाद में भी वारदात करने की बात कबूल की है।