नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Indore Delhi Intercity Train)। नई दिल्ली-इंदौर के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस शनिवार सुबह 10 बजकर पांच मिनट की जगह रात 10 बजे इंदौर रेलवे स्टेशन पहुंची। 12 घंटे लेट हुई इस ट्रेन में बैठे यात्री परेशान होते रहे। वहीं शनिवार शाम 5.10 बजे इंदौर से दिल्ली रवाना होने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस छह घंटे देरी से रात करीब 11 बजे रवाना हुई।
दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी शुक्रवार रात अपने तय समय नौ बजकर 50 मिनट पर दिल्ली से रवाना हुई थी, लेकिन एक रेलवे स्टेशन पर यार्ड रिमोल्डिंग कार्य के चलते 11 घंटे तक खड़ी रही। यहां से ट्रेन शनिवार दोपहर करीब एक बजे इंदौर के लिए रवाना हुई। ट्रेन में सवार यात्री मनीष मालवीय ने बताया कि सुबह जरूरी काम से इंदौर पहुंचना था, लेकिन 12 घंटे देरी से इंदौर पहुंच पाए हैं।
सुपर कॉरिडोर से गुजर रही इंदौर-फतेहाबाद रेल लाइन पर उप नगरीय रेलवे स्टेशन बनाने की मांग उठने लगी है। दरअसल इस क्षेत्र में तेजी से कॉलोनियां काटी जा रही हैं। साथ ही पास में ही आईएसबीटी, मेट्रो स्टेशन भी तैयार हो रहा है।
क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति मुंबई के सदस्य जगमोहन वर्मा ने बताया कि इंदौर रेलवे स्टेशन रेल यातायात के लिहाज से व्यस्त हो गया है। अब यहां से नई ट्रेन के संचालन की संभावनाएं नहीं हैं। वहीं बीच शहर में होने से यहां तक पहुंचने में काफी समय लगता है।
हमने सांसद शंकर लालवानी से इस मामले में चर्चा की है। इसमें उन्हें बताया कि सुपर कॉरिडोर से गुजर रही इंदौर-फतेहाबाद रेल लाइन पर उपनगरीय रेलवे स्टेशन बनाया जा सकता है। यहां से चंद मिनट में एयरपोर्ट पहुंचा जा सकता है। कुछ किमी दूरी पर ही आईएसबीटी बन रहा है।
इससे अन्य शहरों में जाने वाले रेल यात्रियों को सुविधा होगी। यहां आसपास में बस चुके हजारों परिवारों को भी सुविधा मिलेगी। उज्जैन जाने वाले रेल यात्री सीधे यहीं से बैठ सकेंगे। सांसद लालवानी ने आश्वासन दिया है कि इस बिंदु पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से चर्चा की जाएगी।