कपिल नीले, नईदुनिया, इंदौर। सिंहस्थ से पहले उज्जैन से जुड़ने वाले पूर्वी रिंग रोड को लेकर सर्वे तेज हो गया है। 77 किमी लंबे इस मार्ग के लिए रास्ता निकाला जाएगा, जिसमें 50 हेक्टेयर वनक्षेत्र में शामिल है। यहां लगे 5500 पेड़ों को चिह्नित किया जा रहा है। वन क्षेत्र से निकलने वाले इस मार्ग के लिए इन पेड़ों की बलि चढ़ाई जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक इंदौर वनमंडल में आने वाले तिल्लौर और पठान पिपलिया वन क्षेत्र की भूमि सर्वे में आ रही है। सर्वे पूरा होने के बाद मार्ग के लिए वनभूमि अधिग्रहण को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
पूर्वी आउटर रिंग रोड के लिए डकाच्या से लेकर पीथमपुर के बीच सड़क बनाई जाएगी। निर्माण कार्य पर चार हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने सड़क बनाने की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को सौंपी है। 38 गांवों से होकर सड़क निकलेगी, मगर अभी जमीन चिह्नित करने की प्रक्रिया जारी है। खास बात यह है कि निजी के बजाय सरकारी जमीन से मार्ग को निकालने में प्राथमिकता रखी गई है।
पूर्वी रिंग रोड को डकाच्या से लेकर पीथमपुर तक बनाया जाएगा। मार्ग कुल 38 गांवों से होकर निकलेगा, जिनमें कंपेल, खुड़ैल, तिल्लौर, बड़गोंदा और पीथमपुर जैसे प्रमुख गांव शामिल हैं। खास बात यह है कि सड़क बनाने के लिए प्राथमिकता सरकारी जमीन को दी जा रही है, ताकि निजी भूमि अधिग्रहण कम से कम करना पड़े। अधिकारियों के मुताबिक सड़क दो हिस्सों में बनेगी। पहला हिस्सा करीब 38 किलोमीटर और दूसरा हिस्सा 39 किलोमीटर का होगा।
40 महीने की समयसीमा
सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए समय सीमा भी तय कर दी है। मार्च 2028 से पहले सड़क पूरी तरह तैयार करनी है। निर्माण कार्य के लिए कुल 40 महीने का समय निर्धारित किया गया है। अभी फिलहाल प्रोजेक्ट में सर्वे, जमीन अधिग्रहण, डिजाइन और निर्माण एजेंसी तय करने जैसे काम बाकी हैं।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण यादव का कहना है कि प्रोजेक्ट को लेकर इन दिनों सर्वे चल रहा है। जमीन और पेड़ों को चिह्नित किया जा रहा है। सर्वे पूरा होते ही वनभूमि के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे, जबकि राजस्व जमीन को लेकर अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेंगे। वे बताते हैं कि पूर्वी रिंग रोड न केवल यातायात का दबाव कम करेगा, बल्कि औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर और धार्मिक नगरी उज्जैन के बीच सीधा और तेज संपर्क भी स्थापित करेगा।