नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में पटेल मेडिकल एंड क्लिनिक के संचालक प्रदीप पटेल ने एलोपैथी पद्धति से इलाज किया, जिससे युवक की मौत हो गई। मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच में प्रदीप अयोग्य पाया गया, जिसके बाद उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया गया है।
दरअसल आरती पलवार ने अधिकारियों को शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि पति श्याम को 21 मई 2024 को उपचार के लिए प्रदीप पटेल के पास पहुंची। इसके बाद उसने वहां मौजूद कर्मचारी को ग्लूकोज का इंजेक्शन लगाने के लिए कहा। इसके बाद बोतल में कुछ इंजेक्शन भी लगाए, जिसके कारण उनकी तबीयत अधिक बिगड़ने लगी।
इस पर प्रदीप ने घर ले जाने के लिए कहा। घर पहुंचे तो वह बेसुध होकर गिर गए और मुंह से खून आने लगा। इसके बाद निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। दवाईयों के ओवरडोज के कारण युवक की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच में पाया कि प्रदीप पटेल द्वारा संचालित पटेल मेडिकल एंड क्लिनिक का किसी भी प्रकार का रजिस्ट्रेशन नहीं है। वह एलोपैथी उपचार करता है, लेकिन कोई डिग्री नहीं है। बिना डिग्री के उसने श्याम पलवार का इलाज किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
बता दें कि प्रदीप पटेल द्वारा गलत करने से हुई युवक की मौत के मामले की शिकायत मई 2024 में की गई थी। लेकिन उसके बाद भी बिना रजिस्ट्रेशन के क्लिनिक में वह इलाज करता रहा। इस पर किसी ने कार्रवाई नहीं की। मृतक की पत्नी लगातार अधिकारियों के चक्कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए लगाती रही। इसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।