
नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। फेडरल रिजर्व द्वारा दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती के प्रति बाजार में अनिश्चितता है। अब डालर को समर्थन मिल रहा है और गैर-उपज वाली संपत्तियों पर दबाव भी पड़ रहा है। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय बुलियन वायदा मार्केट में निवेशकों की लेवाली घटने से सोने में गिरावट देखने को मिल रही है।
मंगलवार कामेक्स पर सोना वायदा 42 डालर टूटकर 4041 डालर प्रति औंस और चांदी वायदा 63 सेंट घटकर 50.46 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई। इसके चलते भारतीय बाजारों में भी सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार गिरावट देखने को मिली है।
मंगलवार को इंदौर में सोना केडबरी 1300 रुपये टूटकर 124300 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी चौरसा 3000 रुपये टूटकर 156000 रुपये प्रति किलो रह गई। घटे दामों पर बाजार में सीमित रूप से वैवाहिक सीजन वालों की पूछताछ देखने को मिली है।
सोने में गिरावट मुख्य रूप से बाजारों द्वारा फेड द्वारा दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को तेजी से कम आंकने के कारण हुई। यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ी हुई सतर्कता के बीच आया है, क्योंकि लंबे समय तक सरकारी बंद के कारण प्रमुख आधिकारिक आंकड़ों में देरी हो रही है, जिससे दिसंबर की बैठक से पहले फेड को कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।
सितंबर के गैर-कृषि वेतन आंकड़े, जो इस गुरुवार को आने वाले हैं, फेड की 10-11 दिसंबर की बैठक से पहले श्रम बाजार पर सबसे हालिया आधिकारिक आंकड़े होने की संभावना है। दरों और राजकोषीय चिंताओं के बीच मज़बूत डालर ने धातुओं पर दबाव डाला है। अमेरिकी डालर में मज़बूती, जिसने हाल के सत्रों में ज़बरदस्त सुधार दिखाया था, ने धातुओं और डालर में मूल्यांकित अन्य वस्तुओं की कीमतों पर भी दबाव डाला।
कामेक्स पर सोना वायदा बढ़कर 4041 डालर तक जाने के बाद ऊपर में 4055 डालर और नीचे में 3997 डालर प्रति औंस और चांदी 50.46 डालर तक जाने के बाद ऊपर में 50.50 डालर और नीचे में 49.34 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई।