Indore Heritage Train: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। पांच साल पहले शुरू हुई मध्य प्रदेश की पहली हेरिटेज ट्रेन पातालपानी-कालाकुंड ट्रेन में गिनती के यात्री ही सफर कर रहे हैं। इसके चलते जल्द ही ट्रेन का संचालन बंद कर दिया जाएगा। दरअसल, ट्रेन संचालन में हर दिन हजारों रुपये खर्च हो रहे हैं। स्थिति यह है कि छह कोच की इस ट्रेन के एक कोच को लॉक कर रवाना किया जा रहा है। अफसरो के अनुसार, इसी माह के अंंत तक ट्रेन का संचालन बंद कर दिया जाएगा। हालांकि अभी तक तारीख तय नहीं हुई है।
25 दिसंबर 2018 से प्रदेश के पहली हेरिट्रज ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था। प्रति वर्ष ट्रेन का संचालन जुलाई से फरवरी माह तक किया जाता था। लेकिन इस सीजन में 26 अगस्त से शुरू हुए संचालन में नवंबर माह से ही यात्रियोंं की संख्या में तेजी से गिरावट आने लगी थी। दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में ही ट्रेन को बेहतर यात्री मिले।जनवरी शुरुआत से ही ट्रेन में गिनती के यात्री सफर कर रहे हैं। शनिवार को छह काेच की इस ट्रेन में करीब 50 यात्री ही सवार हुए। विस्टाडोम कोच में जाते समय महज 13 यात्री ही थे, वहीं आते समय दो ही यात्री पूरे कोच में सवार हुए। इसी तरह सेकंड क्लास का एक कोच लॉक कर रवाना किया गया।
दिसंंबर माह से ट्रेन का संचालन सप्ताह में शनिवार और रविवार को ही किया जा रहा है। इस दौरान भी गिनती के यात्री ही सफर कर रहे हैं। आगामी विकेंड पर भी ट्रेन में अधिकांश सीटें खाली ही हैं। डीआरएम रजनीश कुमार ने बताया कि हेरिटेज ट्रेन मेंं लगातार यात्रियों की संख्या कम हो रही है। जल्द ही ट्रेन का संचालन बंद कर दिया जाएगा। हालांकि अब तक तारीख तय नहीं की गई है।
रेल अफसरोंं से मिली जानकारी के अनुसार पातालपानी से कालाकुंड जाने में ट्रेन में एक इंजन लगता है। वहीं वापसी में घाट होने से दो इंजन लगाए जाते हैं। इससे एक ट्रीप में ट्रेन में करीब 150 लीटर डीजल लगता है, जिसमें लगभग 15 हजार रुपये का खर्च आता है। डीजल की आपूर्ति महू से लोडिंग वाहन द्वारा की जाती है।