नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सोमवार की शाम कालानी नगर से बड़ा गणपति चौराहे तक दो किलोमीटर तक एक ट्रक काल बनकर दौड़ा। महज 10 मिनट में ट्रक चालक ने 15 से अधिक लोगों को रौंद डाला, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
ट्रक चालक नशे में धुत होकर एयरपोर्ट की ओर से नो एंट्री तोड़ते हुए शहर में घुसा। जिस वीआईपी रोड पर रात 11 बजे तक भारी वाहनों की एंट्री पर रोक है, वहां शाम साढ़े सात बजे उसने मौत का तांडव मचाया।
पुलिस से बचने के लिए बढ़ाई रफ्तार
कालानी नगर चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों ने जब ट्रक को रोका, तो चालक ने बचने के लिए रफ्तार बढ़ा दी। देखते ही देखते ट्रक बेकाबू हो गया और शिक्षक नगर से बड़ा गणपति चौराहे तक कई लोगों को रौंद दिया। इसमें दो साल का मासूम संविद और एरोड्रम क्षेत्र निवासी 50 वर्षीय लक्ष्मीकांत सोनी भी शामिल थे।
20 से अधिक वाहन चपेट में
डेढ़ किलोमीटर तक ट्रक ने कार, दोपहिया, ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा सहित करीब 20 वाहनों को टक्कर मारी। ट्रक के पहियों में करीब 600 मीटर तक एक बाइक फंसी रही। बड़ा गणपति चौराहे पर वाहन में स्पार्किंग होने से ट्रक में आग भी लग गई। हादसे का दृश्य इतना भयावह था कि जिसने भी देखा, उसकी रूह कांप उठी।
घायलों की मदद को दौड़े लोग
घटना के बाद सड़क पर घायल लोगों को देख आसपास मौजूद लोग मदद के लिए दौड़े। खबर आग की तरह फैल गई और सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। अफरा-तफरी के बीच पुलिस के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। छह घायलों को गीतांजलि अस्पताल, छह को बांठिया अस्पताल और दो गंभीर घायलों को अरविंदो अस्पताल रेफर किया गया।
तीन घंटे तक लगा लंबा जाम
हादसे के बाद रामचंद्र नगर, बड़ा गणपति चौराहा और कालानी नगर चौराहे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। साठ फीट रोड पर भी वाहनों की कतारें लग गईं और लोगों को रास्ता पार करने में डेढ़ से दो घंटे का समय लगा।
घायलों का हाल जानने पहुंचे मंत्री और अधिकारी
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह, संभागायुक्त सुदाम खाड़े, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यपमित्र भार्गव समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और घायलों का हाल जाना।