नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर Indore London Villa Loot। बाणगंगा थाना क्षेत्र की लंदन विला 120 बंगलों की टाउनशिप है। कालोनी में ज्यादातर नौकरीपेशा लोग रहते हैं। चारों तरफ से कवर्ड इस टाउनशिप में रहवासियों ने गार्ड तो रखे हैं लेकिन कुछ लोग रात्रि में गश्त के दौरान उनके सीटी बजाने पर आपत्ति लेते थे। नींद खराब होने का बोलकर सीटी बजाना बंद करवा दिया गया। कुछ समय पहले तक पुलिस की गाड़ी भी कालोनी में गश्त के लिए आती थी लेकिन उन्हें भी रहवासियों ने मना कर दिया।
यहां नीचे और प्रथम मंजिल पर घूमते रहे। कीमती सामान न मिलने पर पुष्पेंद्र के मकान में घुस गए। सूना मकान समझकर दरवाजे का लाक तोड़ा और सीधे पहली मंजिल पर जा पहुंचे। कालोनी के खुले एरिया के पास की बाउंड्रीवाल भी छोटी और कमजोर है, संभवत: इसी का फायदा उठाकर बदमाश आसानी से भीतर घुस गए।
गार्ड से एक दिन पूर्व पूछा-48 नंबर बंगला कहां है
पुलिस का अनुमान है कि बदमाशों ने रैकी कर वारदात की है। एक दिन पूर्व भी बदमाश आए थे। गार्ड से बंगला नंबर-48 का पूछा था। टीआइ नीरज बिरथरे के मुताबिक दंपती कुछ दिनों से बाहर थे। चोरों ने सूना घर समझ कर सेंध लगाई और अचानक सामना हो गया। कालोनी में कुछ दिनों पूर्व गैस पाइप लाइन का काम भी हुआ है। कालोनी में तीन दिन तक मजदूर रहे थे।
पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
12 दिन पूर्व हुई डकैती में खाली हाथ पुलिस
कनाड़िया थाना क्षेत्र में भी 12 दिन पूर्व नकाबपोश बदमाश डकैती कर चुके है। डकैतों ने थाने के सामने ही तिलकनगर (बी) में बैंड संचालक वकील दांगी के घर में घुसकर पत्नी व बच्चों से मारपीट कर आभूषण और नकदी लूट ली लेकिन पुलिस अभी तक इस मामले में खाली हाथ है।
दहशत के वह सात मिनट
बेडरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाशों की गतिविधि रिकार्ड हो गए है। दंपती को धमकाते हुए और ज्वेलरी-नकदी का पूछते हुए भी सुनाई दे रहे है। इस दौरान मैनेजर दंपती दो बच्चों को लेकर डरकर गुमसुम बैठे हुए है।
बातचीत के अंश
डकैत: सोना-चांदी कहां पर रखा है।
आकांक्षा : भैया रखते नहीं हैं। सामने लाकर है। लाकर में हजार-दो हजार रुपये मिलेंगे।
पुष्पेंद्र-हम लोग बाहर रहते है इसलिए घर में नहीं रखते। घर में मेड रहती है।
डकैत: ये क्या।
आकांक्षा: भैया बाइयां काम करती हैं।
पुष्पेंद्र: मोबाइल और डाक्यूमेंट्स को हाथ मत लगाना।
डकैत: मोबाइल नहीं लेकर जाएंगे। उठाना मत और चिल्लाना मत।
बेडशीट ओढ़कर सो जाओ, वरना बहुत बुरा पीटेंगे
मैं नींद में थी। डकैत पुष्पेंद्र (पति) को पीटने लगे। नींद खुली तो मैं बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगी। डकैतों ने कहा- चुपचाप सो जाओ। बेडशीट ओढ़ लो, वरना हम तुम्हें पीटेंगे। पति-पत्नी बच्चों को लेकर चुप हो गए। डकैतों से कहा-मारपीट मत करो। एक डकैत ने साथियों से कहा- बच्चे भी हैं, मारपीट मत करो। डकैतों को अलमारियों में ज्यादा कुछ नहीं मिला। थोड़ी ज्वेलरी और विदेशी व भारतीय मुद्रा मिली। उन्होंने पुष्पेंद्र और मुझसे हाथ में पहनी अंगूठियां भी उतरवा लीं। डकैतों ने कहा कि चुपचाप सोते रहना। हमारे जाने पर शोर मत करना। डकैतों में तीन कम बोले। एक ही बात कर रहा था। बातचीत से पढ़ा-लिखा लग रहा था।
(जैसा कि आकांक्षा ने बताया)