Indore Mandi Bhav: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मध्य प्रदेश के इंदौर में छावनी मंडी में बुधवार को गेहूं की आवक करीब 10 हजार बोरी रही। हल्के माल के भाव में नरमी रही। अच्छे माल की मांग बनी हुई है। दामों में मजबूती है। मिल क्वालिटी 2125-2150, लोकवन 2750-2800, पूर्णा 2550-2600, मालवराज 2150-2200 और मक्का 2175 से 2200 रुपये क्विंटल। आटा-रवा: आटा 1300-1320, रवा 1350-1370, मैदा 1320-1340 और चना बेसन 3100 रुपये कट्टा।
देश का गेहूं खरीदी लक्ष्य 34 मिलियन टन, मप्र में कमजोर खरीद से निराशा
एक दिन पहले मंडी में कम दाम मिलने की किसानों की शिकायत और हंगामे के बाद इंदौर में गेहूं की सरकारी खरीदी बुधवार से फिर शुरू हो रही है। लक्ष्मीबाई मंडी स्थित खरीद केंद्र पर सुबह 11 बजे से एमएसपी पर खरीदी शुरू हुई। इस बीच सरकार ने देशभर में एमएसपी पर गेहूं खरीदी की रिकार्ड खरीदी का विश्वास जताया है। एफसीआइ ने घोषणा की है कि देशभर से कुल 34.15 मिलियन टन खरीदी होने की उम्मीद है। खरीद का यह लक्ष्य हासिल करने में मध्य प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। दरअसल मप्र में अभी तक सरकारी खरीद कमजोर चल रही है। अब तक 12 हजार टन गेहूं की खरीदी ही प्रदेश में होने की खबर है। आखिरी दौर की वर्षा ने गेहूं में नमी बरकरार रखी है ऐसे में एफएक्यू गेहूं खरीदने में सरकार को परेशानी हो रही है। हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि आखिरी दौर की वर्षा से गेहूं का उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ है।
देश में कुल 112.18 मिलियन टन उत्पाद होने का अनुमान जताया गया है। मप्र में सरकारी खरीदी तेज होने के बाद केंद्र को भी लक्ष्य हासिल करने में आसानी होगी। मप्र से कम से कम आठ लाख टन गेहूं खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है। बीते वर्ष गेहूं की सरकारी खरीदी 15 वर्षों में सबसे कम थी। बीते वर्ष सिर्फ 18.79 मिलियन टन गेहूं सरकारी खरीदी में तुला था।
ऐसे में सरकारी गोदाम खाली हैं और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की पूर्ति को लेकर भी सरकार दबाव में है। पंजाब से सबसे ज्यादा 13.2 मिलियन टन खरीद लक्ष्य निर्धारित किया है। 7.5 मिलियन टन हरियाणा से और एक मिलियन टन बिहार से खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित है। 2020-2021 में मप्र से सबसे ज्यादा 12.94 मिलियन टन गेहूं सरकार को तुला था। ऐसे में बीते साल और इस बार की कम खरीदी केंद्र के लिए भी चिंता का विषय है।