Indore Metro Train: उदय प्रताप सिंह, इंदौर (नईदुनिया)। इंदौर में मेट्रो के ट्रायल रन के लिए अब चार माह ही बचे हैं। सितंबर में ट्रायल रन से पहले गांधी नगर में 26 हेक्टेयर जमीन पर मेट्रो डिपो के निर्माण की तैयारी जोरों पर है। मेट्रो डिपो में स्टेबलिंग यार्ड 28 लाइन का बनाया जाना है, लेकिन ट्रायल रन के पहले आठ लाइन का स्टेबलिंग यार्ड तैयार किया जाएगा। इसके बाद अगले चरण में 20 लेन का ट्रैक तैयार किया जाएगा।
डिपो में मेट्रो ट्रेन के निरीक्षण व परीक्षण के लिए चार लेन का निरीक्षण शेड बनाया जा रहा है। इसकी ऊंचाई नौ मीटर व लंबाई 160 मीटर होगी। ऐसे में इसमें क्रेन का उपयोग भी किया जाएगा। यहां मेट्रो ट्रेन के पहुंचने पर उसकी जांच होगी। इस शेड के निर्माण के लिए लोहे के पिलर लगाए जा चुके हैं। शेड लगाना बाकी है। स्टेबलिंग यार्ड भी सितंबर के पहले तक तैयार हो जाएगा। डिपो के पास ही मेट्रो का 920 मीटर का टेस्ट ट्रैक भी बनकर तैयार है। मेट्रो ट्रेन के असेंबल होने के बाद इस ट्रैक पर मेट्रो ट्रेन को चलाकर उसकी जांच की जाएगी। इस ट्रैक पर पटरियों को बिछाने का कार्य पूर्ण हो चुका है।
मेट्रो ट्रेन जहां दो रेल की पटरियों पर चलेगी, वहीं इसके पास में तीसरी पटरी भी बिछाई जाएगी। इससे मेट्रो के संचालन के लिए विद्युत आपूर्ति होगी। मेट्रो डिपो में विद्युत वितरण के लिए आग्जलरी दो सब स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं। यहां बिजली कंपनी के विद्युत आपूर्ति आने के बाद इन सब स्टेशन के माध्यम से विद्युत वितरण किया जाएगा। दो में एक सब स्टेशन तैयार है, तो वहीं दूसरा भी 80 फीसद तक तैयार हो चुका है। इसके अलावा यहां पर एक रिसीविंग सब स्टेशन भी बनाया जाएगा, जो विद्युत वितरण कंपनी की 132 केवी लाइन से आने वाली बिजली को 750 डीसी में कन्वर्ट करेगा।
मेट्रो डिपो के परिसर में ही प्रशासनिक भवन बनाया जा रहा है। इसमें आपरेशन व कंट्रोल सेंटर स्थापित होगा। इससे ट्रेनों के परिचालन की निगरानी की जाएगी। इसका 65 फीसद काम पूर्ण हो चुका है। मेट्रो के ओवरहेड पिलर से यार्ड में पहुंचने के लिए 70 मीटर का रैंप तैयार किया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य 80 प्रतिशत तैयार हो गया है। मेट्रो के डिपो में रिपेयरिंग यार्ड भी तैयार किया जा रहा है। इसमें ट्रेन की सफाई व धुलाई होगी। यहां आटोमैटिक वाशिंग सिस्टम से 10 मिनट में 70 मीटर लंबी ट्रेन को सफाई हो जाएगी।
सितंबर माह में मेट्रो के गांधीनगर से सुपर कारिडोर वाले हिस्से में छह किलोमीटर के बीच ट्रायल रन होना है। उसके पहले मेट्रो डिपो तैयार हो जाएगा। वहां आवश्यक इंतजाम व निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने की कोशिश की जा रही है, ताकि समय सीमा में ट्रायल रन शुरू किया जा सके।
- अजय कुमार, महाप्रबंधन, मेट्रो ट्रेन