
अमित जलधारी, इंदौर। महू-सनावद के बीच बड़ी लाइन बिछाने का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे बोर्ड ने इस हिस्से में गेज कन्वर्जन के लिए 2400 करोड़ रुपए से ज्यादा का विस्तृत एस्टीमेट मंजूर कर दिया है। इसकी लिखित अनुमति बोर्ड से पश्चिम रेलवे के पास आ गई है। अनुमति मिलने के बाद पश्चिम रेलवे ने महू-सनावद सेक्शन में पुल-पुलियाओं के निर्माण और अर्थवर्क की तैयारी शुरू कर दी है लेकिन 2019 में लाइन बंद नहीं की जाएगी। 2020 में पहले बड़ी लाइन के हिसाब से जरूरी काम किए जाएंगे और फिर लाइन बंद की जाएगी।
परियोजना के लिए काम करने में बजट संबंधी कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि चालू वित्त वर्ष के लिए रेल बजट में 355 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। करीब सालभर पहले पश्चिम रेलवे ने 84.62 किलोमीटर लंबे महू-सनावद लाइन का डिटेल एस्टीमेट बोर्ड को भेजा था और तभी से इसकी मंजूरी का इंतजार था। नए अलाइनमेंट के कारण मौजूदा छोटी लाइन की तुलना में बड़ी लाइन के मार्ग की लंबाई 21 किमी बढ़ रही है। इस हिस्से में 12 सुरंगें बनेंगी। पहले माना जा रहा था कि लागत कम करने के लिए सुरंगों की संख्या घटाई जाएगी लेकिन यह संभव नहीं हुआ। एस्टीमेट मंजूर होने के बाद पश्चिम रेलवे ने विभिन्न कार्यों के लिए निविदा बुलाने की तैयारी शुरू कर दी है
वहीं आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रोजेक्ट की निविदा दिसंबर-जनवरी तक ही बुलाई जा सकेगी। महू-सनावद सेक्शन रतलाम-खंडवा सेक्शन का अंतिम हिस्सा होगा जिसका काम पश्चिम रेलवे को करना है। पश्चिम रेलवे के मुख्य अभियंता (निर्माण) अजय सिंह ने महू-सनावद बड़ी लाइन का डिटेल एस्टीमेट मंजूर होने की पुष्टि की।
नए सिस्टम से हो रही देरी, कम से कम पांच साल लगेंगे पूरा होने में
बोर्ड ने तमाम रेल परियोजनाओं के लिए नई नीति तय की है। इसके तहत कंस्ट्रक्शन के अलावा सिग्नलिंग, टेलीकॉम और इलेक्ट्रिकल विभाग के टेंडर भी एक ही साथ जारी किए जाएंगे। इस बदलाव के पीछे असल मकसद समय बचाना है। पहले हर विभाग अपने काम अलग-अलग करता था, जिससे प्रोजेक्ट अधूरे पड़े रहते थे। चूंकि यह एकदम नई प्रणाली है। इसलिए महू-सनावद ब्रॉडगेज लाइन की निविदा बुलाने में वक्त लग रहा है। पहले काम के रूप में रेलवे मोरटक्का पर नर्मदा नदी पर बनने वाला नया पुल बनाएगा। यह हिस्सा प्रोजेक्ट का सबसे जटिल सेक्शन है। इसलिए यहां बड़ी लाइन बिछाने में कम से कम पांच साल का वक्त लगने का अनुमान है।
निमाड़खेड़ी से मथेला तक 46 किमी लाइन का काम पूरा
रेलवे सनावद-खंडवा के बीच निमाड़खेड़ी से मथेला तक 46 किमी लंबे हिस्से में बड़ी लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है। इस पर काम पर लगभग 487 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। रेलवे के सुरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद इस ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ाने की अनुमति दी जा चुकी है।