Indore News: इंदौर में श्वानों के बाद अब चूहों के काटने के बढ़ने लगे मामले, चूहे के काटने पर ऐसे करें बचाव
Indore News: चिंताजनक, लाल अस्पताल में हर महीने आ रहे लगभग 40 मामले। मधुमेह रोगियों को चूहों से विशेष बचाव करना चाहिए।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 07 Nov 2023 08:15:31 AM (IST)
Updated Date: Tue, 07 Nov 2023 10:30:37 AM (IST)
चूहे के काटने को हल्के में न लें। - फाइल फोटाे।- सौजन्य इंटरनेट मीडिया।HighLights
- लोग पहले से श्वानों के काटने के मामले बढ़ने से परेशान हैं।
- अब चूहों के काटने के मामले सामने आने लगे हैं।
- हर महीने लाल अस्पताल में लगभग 40 प्रकरण सामने आ रहे हैं।
Indore News: राघव तिवारी, इंदौर। जी हां, यह सच है। लोग पहले से श्वानों के काटने के मामले बढ़ने से परेशान हैं। लाल अस्पताल में हर महीने लगभग 4500 ऐसे मामले पहुंचते हैं, जबकि शहर में स्थित 200 से ज्यादा निजी अस्पतालों में पहुंचने वाले ऐसे मामलों का कोई डाटा उपलब्ध नहीं है, वहीं अब चूहों के काटने के मामले सामने आने लगे हैं।
लाल अस्पताल के प्रभारी डा. आशुतोष ने बताया कि पहले चूहों के काटने के मामले नहीं आते थे। अब हर महीने
लाल अस्पताल में लगभग 40 प्रकरण सामने आ रहे हैं। यह चिंताजनक स्थिति है। एक अध्ययन के अनुसार चूहों के काटने से संक्रमण हो सकता है। इलाज नहीं करवाने की लापरवाही बहुत भारी पड़ती है। घरों में चूहे होना सामान्य बात लगती है, लेकिन गौर करने वाली बात है कि ये ही बाहर से घरों में संक्रमण लाते हैं। इसलिए चूहों को लेकर गंभीर हो जाएं और इन्हें घर से दूर रखें। अगर आपने चूहे के काटने के
संक्रमण का सही समय पर इलाज नहीं कराया तो आपको मायोकार्डिटिस, एंडोकार्डिटिस, निमोनिया, सिस्टेमैटिक वैस्कुलिटिस, पेरीकार्डिटिस, पालीआर्थराइटिस नोडोसा, हेपेटाइटिस, नेफ्रैटिस, मेनिनजाइटिस, फोकल एब्सकेसेस, अमिनियोटिस जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं।
मधुमेह रोगी रखे विशेष ध्यान
डा. आशुतोष ने बताया कि चूहों से
मधुमेह के रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए। मधुमेह रोगियों में महसूस करने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में अगर रोगी को सोने के समय किसी चूहे ने काट लिया था तो मधुमेह रोगी उसे तुरंत महसूस नहीं कर सकेगा। सुबह उठने पर ही घाव का पता चलेगा, लेकिन तब तक शरीर में संक्रमण काफी फैल चुका होगा। मधुमेह रोगियों को जितना हो सके, अपनी शुगर कंट्रोल में रखनी चाहिए।
चूहे के काटने पर क्या करें
आपको शरीर में जिस हिस्से में चूहे ने काटा है, सबसे पहले आप उसे गर्म पानी से साफ करें। फिर उसे अच्छी तरह से पोंछकर सुखा लें और कोई एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं। इसके बाद तुरंत डााक्टर को दिखाएं। भले ही आप में घाव न दिखें, लेकिन वायरस शरीर के अंदर तक पहुंच चुका है, इसलिए इसे हल्के में न लें। यह आपके लिए जानलेवा बीमारी का कारण बन सकता है।
पाश इलाकों में बढ़ रहे मामले
चूहे बस्तियों और गंदी जगहों पर मिलते हैं। पाश इलाकों में चूहों के काटने की घटनाएं काफी हो रही हैं। डा. आशुतोष ने बताया कि चूहों के काटने के केसों में ज्यादा लोग पाश इलाकों के निवासी होते हैं। इसके अनूप नगर, द्वाराकापुरी, श्री नगर समेत कई अन्य कालोनियां शामिल हैं।
चूहों के काटने को हल्के में न लें
लाल अस्पताल के प्रभारी डा. आशुतोष ने बताया कि चूहों के काटने के मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए। पहले से अब चूहों के आकार में काफी अंतर देखने को मिलता है। लोगों को जागरूक होना चाहिए। घरों में नियमित तौर पर कीटनाशक का छिड़काव करवाना चाहिए। घाव होने पर टिटनेस का इंजेक्शन लेना चाहिए। इसके अलावा पांच दिनों तक एंटीबायोटिक टेबलेट का सेवन करना चाहिए।
लगातार कुतरने की आदत
चूहों में लगातार कुतरने की आदत होती है। कुतरना इनकी मजबूरी भी है। विशेषज्ञों ने बताया कि चूहों के सामने के दांत यानी इंसाइजर रोजाना 0.4 मिमी की दर से बढ़ते हैं। एक वर्ष में 12 से 15 मिमी तक बढ़ जाते हैं, जो मुंह में नहीं समा सकते। इसलिए ये कुछ न कुछ कुतरते रहते हैं। रात को अंधेरे में ये हमारे बिस्तर पर पहुंच जाते हैं तथा पैरों व हाथों के नाखूनों के साथ उंगलियां भी कुतर देते हैं।