Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। स्कूल कालेज, गर्ल्स हास्टल के आसपास छात्राओं की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं। शिक्षण संस्थानों के आसपास प्रत्येक दिन पुलिस की पेट्रोलिंग होना चाहिए। स्कूल-कालेज के बाहर और सार्वजनिक स्थलों आदि हर जगह इमरजेंसी हेल्प लाइन नंबर लगाए जाएं। असामाजिक तत्वों के लिए चेतावनी भरे पोस्टर भी लगाएं। पूरे इंदौर शहर में जिला प्रशासन और पुलिस सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करें। मध्य प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू किया जाना चाहिए और विभिन्न प्रकार के नशे पर रोक लगाई जाए।
ये मांगें इंदौर के स्कूल-कालेज की छात्राओं की है। शहर में स्कूल-कालेज, शिक्षण संस्थानों के आसपास सहित कई जगह छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं। महिलाओं व बच्चियों पर भी लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। इसे लेकर जागृति मंच ने कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें विभिन्न स्कूल-कालेजों से आए विद्यार्थियों ने अपनी बात रखी। विद्यार्थियों की बात में उनका दर्द छलका और सुरक्षा का डर भी।
इस मौके पर विद्यार्थियों ने कहा कि चाहे स्कूल हो, कालेज हो, सड़क हो या हो अपना ही घर, किसी भी जगह सुरक्षा महसूस नहीं होती। छात्राओं को लड़ने की ताकत देते हुए छात्र नेता अजीत सिंह पवार ने कहा कि लड़कियों को एकजुट होना होगा और इन समस्याओं से लड़ना होगा। आज शिक्षा को भी बिकाऊ बनाया जा रहा है। सरकारी स्कूल-कालेजों को प्राइवेट करने की तरफ बढ़ रहे हैं।
पढ़ने के लिए सुरक्षा जरूरी है और सुरक्षा के लिए लड़ाई जरूरी है। इसलिए पढ़ाई और लड़ाई साथ-साथ जारी रखना होगी। लड़कियों को अपने लिए खड़ा होना होगा। ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की जिला प्रभारी अर्शी खान ने कहा कि लोगों को अच्छी शिक्षा, अच्छी जॉब, अच्छा इलाज उपलब्ध नहीं है। लेकिन उनके आगे लगातार परोसी जा रही है शराब, नशा, अश्लीलता जो उन्हें यौनता का दास बना रही है।