Indore News: नईदुनियाl प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर-बुधनी रेल लाइन और पश्चिम रिंग रोड के लिए अधिग्रहित की जाने वाली जमीन को लेकर किसान लगातार विरोध कर रहे है। जमीन अधिग्रहण के विरोध काे लेकर इंदौर से बुधनी तक चार सांसदों और मुख्यमंत्री निवास तक ज्ञापन सौंपेंगे। 27 जनवरी को किसान सुबह से शाम तक अलग-अलग सांसदों को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
किसान लगातार रेल लाइन और सड़क के लिए अधिग्रहित की जाने वाली जमीन का किसानों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है।किसानों का कहना है कि पूरखों की जमीन कौडियों के भाव में नहीं देंगे। किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए इंदौर बुधनी रेलवे लाइन इंदौर-बैतूल एक्सप्रेस वे के साथ आउटर रिंग रोड के प्रभावित किसानों ने अपने आंदोलन को कुछ दिनों के लिए स्थगित किया था।
प्रशासन में बैठे हुए अधिकारियों व नेताओं ने भी 22 तारीख का हवाला देकर किसानों को इंतजार करने का कहा था।अन्नदाता भी इसी उम्मीद में थे की भगवान राम की मेहरबानी से किसानों के हित में जनहितैषी निर्णय हो सके।इंदौर बुधनी रेलवे लाइन के लिए किसान मांगे माने जाने पर ही देंगे।
देवास जिले के किसान नेता अभिषेक पंचोली एवं रवि मीणा ने कहा कि जब देवास जिले में वन भूमि एवं शासकीय भूमि मौजूद है। इसके बाद भी उपजाऊ जमीन अधिग्रहित की जा रही है। 27 जनवरी को सुबह इंदौर जिले के सेमलिया चाऊ से प्रभावित किसान अनुविभागीय अधिकारियों, सांसदों और पांच विधानसभा क्षेत्र के जीते हुए विधायक के मंत्रियों से लेकर हारे हुए विधानसभा के प्रत्याशियों से लेकर भोपाल तक मुख्यमंत्री निवास पर डॉक्टर मोहन यादव को ज्ञापन देंगे।