Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। गांधीनगर में नूतन जिनालय सुमतिधाम ने आकार ले लिया है। जिनालय 25 हजार वर्गफीट में बनाया गया। इसके साथ ही 10 हजार वर्गफीट में संत निवास है। इसमें पंचम तीर्थंकर सुमतिनाथ की श्वेतवर्ण सहित 24 तीर्थंकरों की मूर्तियां विराजित की जाएंगी। इसके लिए 6 से 11 मार्च तक पंचकल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। इसमें पंचकल्याणक की विधियां श्रमणाचार्य विशुद्ध सागर के सान्निध्य में होंगी।
पंचकल्याणक महोत्सव के आयोजक मनीष-सपना गोधा ने बताया कि यह स्थान जैन मतावलंबियों के लिए आस्था का केंद्र बनेगा। इसमें मकराना मार्बल लगाया गया है। इस नूतन जिनालय को राजस्थान व अन्य शहरों से आए कारीगरों ने नक्काशी के साथ ही शिल्पकला को भी पत्थरों पर उकेरा है। इस नूतन जिनालय को तैयार करने में दो वर्ष का समय लगा है।
पंचम तीर्थंकर सुमतिनाथ की श्वेत वर्णित 51 इंच की मूर्ति के साथ 24 तीर्थंकरों की मूर्तियां भी विराजित की जाएंगी। सभी मूर्तियों का निर्माण मंदिर स्थल पर ही किया गया है। मंदिर के सम्मुख मानस्तंभ में 24 तीर्थंकर की मूर्तियों को विराजित किया जाएगा। मान कषाय न हो, इसलिए 24 परिवारों से एक-एक रुपये की राशि मात्र लेकर उनके नाम इस पर लिखे जाएंगे। इस तरह का यह विश्व में पहला मानस्तंभ होगा।
1008 इंद्र-इंद्राणियों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। सभी को आवश्यक सामग्री महोत्सव समिति द्वारा निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। संभवत: देश का यह पहला पंचकल्याणक महोत्सव होगा, जिसमें न तो किसी प्रकार का दान लिया गया है और न ही किसी प्रकार की बोलियां लगाई जाएंगी।