Indore News: इंदौर में चार कमरों में चल रहा वन स्टॉप सेंटर
Indore News: इधर शहरी वन स्टॉप सेंटर में हर माह आ रहे 200 से अधिक पीड़ित।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Thu, 29 Feb 2024 02:55:44 PM (IST)
Updated Date: Thu, 29 Feb 2024 02:55:44 PM (IST)
वन स्टॉप सेंटर नईदुिनया प्रतिनिधि, इंदौर Indore News। घरेलू हिंंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए सात साल पहले इंदौर जिले का पहला वन स्टॉप सेंटर खोला गया था। इसके बाद दूसरा वन स्टॉप सेंटर महू तहसील में खोला गया। लेकिन करीब सालभर बाद भी यह सेंटर पूरी तरह से संचालित नहीं हो पा रहा है। दरअसल इस सेंटर के लिए अब तक जमीन ही आवंटित नहीं हुई है। किराये के चार कमरों में चल रहे इस सेंटर पर महज खानापूर्ति की जा रही है। औसतन महीनेभर में 15 केस ही आ रहे हैं, जबकि शहरी क्षेत्र में हर महीने औसतन 200 केस आ रहे हैं।
2016-17 में जिले का पहला
वन स्टॉप सेंटर खोला गया था। इस सेंटर में अब तक 10 हजार 178 केस आए है। इस सेंटर में 24 घंटे महिला पुलिस, पैरा मेडिकल स्टाफ, वकील, काउंंसलर, केयर टेकर, आइटी एक्सपर्ट, गार्ड, किचन आदि मौजूद है। इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं के रूकने के लिए 6 बेड भी उपलब्ध रहते है। कुल मिलाकर घरेलु हिंसा से पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे पूरा न्याय मिल सके, इस उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर को खोला गया था। लेकिन शहरी क्षेत्र के उलट ग्रामीण अंचल में सेंटर सूचारु रूप से शुरू नहीं हो पाया है।
स्टाफ के इंतजार में सेंटर
महू तहसील में फरवरी 2023 में किराये के कमरों में इस सेंटर को शुरू किया गया। करीब पांच महीने पहले यहां प्रशासक की नियुक्ति हुई। लेकिन काउंसलर, गार्ड, केयर टेकर, आइटी एक्सपर्ट आदि की नियुक्ति आज तक नहीं हुई। यह नियुक्तियां एनजीओ के माध्यम से होना है। इसके साथ ही सेंटर के लिए अब तक जमीन का आवंंटन भी नहीं हुआ है। इस सेंटर पर हर महीने औसतन 15 केस आ रहे है।
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राम निवास बुधोलिया ने बताया कि जिले में दो वन स्टॉप सेंटर संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें से महू तहसील के सेंटर के लिए जमीन का आवंटन अब तक नहीं हुआ है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है।