Patalpani Kalakund Heritage Train: संजय रजक, इंदौर। इंदौर और आस-पास के क्षेत्र में अभी प्री-मानसून की गतिविधियां चल रही हैं। इंदौर की महू तहसील में बारिश के बाद प्राकृतिक सौंदर्य निखरने लगा है। पातालपानी झरना भी बहने लगा है। इधर, रेलवे ने भी हेरिटेज ट्रेन के संचालन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि इस ट्रेन का संचालन मानसून के शबाब पर आने पर ही शुरू किया जाएगा।
महू-पातालपानी रेलखंड पर ब्राडगेज लाइन का काम भी तकरीबन पूरा हो गया है। जल्द ही रेल संरक्षा आयुक्त दल द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद इंदौर से सीधे पातालपानी के लिए ट्रेन का संचालन किया जा सकेगा। रतलाम मंडल द्वारा 25 दिसंबर 2018 से प्रदेश की पहली हेरिटेज ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था।
पातालपानी से कालाकुंड तक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई काम भी किए गए थे। ट्रेन का सबसे बड़ा स्टापेज कालाकुंड रेलवे स्टेशन पर है, इसलिए यहां गार्डन, सर्किट हाउस जैसी तमाम सुविधाएं भी पर्यटकों के लिए शुरू की गई।
इसके साथ ही कालाकुंड में रेल रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए मीटरगेज के दो कोच भी खड़े किए हैं। इसमें पर्यटक हेरिटेज ट्रेन से कालाकुंड आकर रात में जंगलों के बीच रुक सकते थे। साथ ही रेस्त्रां में खानपान की सुविधा भी रहती, लेकिन छह साल बाद भी यह शुरू नहीं हुआ।
डीआरएम रजनीश कुमार ने बताया कि फिलहाल हमारा फोकस गेज परिवर्तन को लेकर है। हेरिटेज के लिए रैक का मेंटनेंस करने के लिए कहा जा रहा है। तैयारी पूरी होते ही संचालन शुरू हो जाएगा। इंदौर से सीधे पातालपानी पिछले सीजन में हेरिटेज ट्रेन के सफर के लिए पर्यटक सीधे पातालपानी वाटर फाल पहुंचते थे, लेकिन पातालपानी पहुंच मार्ग कच्चा है और बारिश के दौरान यहां यातायात प्रभावित हो जाता है।
इस बार मंडल ने महू से पातालपानी तक ब्राडगेज लाइन डाल दी है। आगामी माह तक इस लाइन का रेल संरक्षा आयुक्त दल द्वारा निरीक्षण किया जाना प्रस्तावित है। इसके बाद इंदौर-महू डेमू ट्रेन को पातालपानी तक विस्तारित कर दिया जाएगा। इससे पहले पातालपानी में ब्राडगेज के लिहाज से प्लेटफार्म बनना होगा।
पातालपानी-कालाकुंड मीटरगेज ट्रैक झरने, पहाड़ियों, सुरंग, नदी आदि से होकर गुजरता है। बारिश में प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है। हेरिटेज ट्रेन के विस्टाडोम कोच में सफर के दौरान मनोरम दृश्य दिखाई देते हैं। यही कारण है कि प्रदेशभर से सफर करने के लिए पर्यटक आते हैं।