Indore News: शिक्षा में भाषा के योगदान विषय पर हुई संगोष्ठी
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में सिंधु शोध पीठ द्वारा संगोष्ठी आयोजित की गई।
By gajendra.nagar
Edited By: gajendra.nagar
Publish Date: Mon, 16 Aug 2021 12:10:22 PM (IST)
Updated Date: Mon, 16 Aug 2021 12:10:22 PM (IST)

इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि, Indore News। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) इंदौर में सिंधु शोध पीठ द्वारा शिक्षा में भाषा के योगदान विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के पूर्व बोर्ड मेंबर मनीष देवनानी ने बताया कि आज जिस प्रकार सिंधु नदी के घाट पर चारों वेदों की रचना हुई। नई शिक्षा नीति में भाषाओं के महत्व को अधिक महत्व दिया जाना चाहिए।
सिन्धु शोध पीठ के चेयर प्रोफेसर व कंप्यूटर अध्ययन शाला के विभागाध्यक्ष प्रो. संजय तनवानी ने सिंधी भाषा एवं विभिन्न् क्षेत्रों जैसे अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, भाषा व संस्कृति आदि पर शोध संबंधित विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि सिंधु शोध पीठ में लगातार शिक्षा के साथ भाषा के उन्नायन के लिए कार्य कर रही है जिस प्रकार पूर्व में में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा कोर्स शुरू हुए है। इस वर्ष एमए सिंधी भी शुरू हुआ है। इससे लोग सिंधु घाटी सभ्यता का इतिहास, सिंधी व्यापार, सिंधु संस्कृति पर शोध कर सकते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार विनीता मोटवानी ने कहा हजारों साल पुरानी संस्कृति को आज की युवा पीढ़ी को दर्शन कराना चाहिए। इससे उन्हें सभ्यता, संस्कृति और अपनी भाषा की जानकारी से मिलेगी। वरिष्ठ साहित्यकार संजय वर्मा ने कई पीढ़ियों पुरानी सिंधी भाषा में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने ने कहा कि युवा पीढ़ी को संस्कारों की विरासत को भी जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश करते रहना चाहिए। कार्यक्रम में भारतीय सिंधु सभा के नगर अध्यक्ष दीपक बाबा, लालचंद टी वाधवानी, मंशाराम राजानी, दीपिका हसीजा, संगीता वाधवानी, संजय विधानी, अयज मालानी और सदस्य मौजूद थे।