
नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) ने शनिवार को नशे के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की। एजेंसी ने नशीला पाउडर बनाने वाली प्रयोगशाला पर छापा मारा। एजेंसी ने दो संचालकों को पकड़ा और 3 करोड़ 44 लाख रुपये कीमती 13.762 ग्राम अल्प्राजोलम पाउडर जब्त कर लिया।
जोनल निदेशक(एनसीबी) रीतेश रंजन के अनुसार कार्रवाई रतलाम के ग्राम सजेवता मऊ-नीमच रोड़ पर हुई है। आरोपित रुपसिंह चौहान और अभिजीतसिंह चौहान की गुप्त प्रयोगशाला पर छापा मारा गया है।
आरोपित इस प्रयोगशाला में अल्प्राजोलम पाउडर बना रहे थे। जोनल निदेशक के अनुसार आरोपित अल्प्राजोलम की बड़ी मात्रा में सप्लाई कर रहे थे। केंद्र शासन द्वारा इस पाउडर को एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत नियंत्रित औषधि शामिल किया गया है। इसका युवा मनोरंजनात्मक नशे के रुप में दुरुपयोग करते हैं।
विशेष कर इसकी तेलांगाना,आंध्रप्रदेश और राजस्थान में विशेष मांग है। ड्रग्स माफिया मुनाफा बढाने के लिए एमडी,हेरोइन,अफीम में इस पाउडर का मिश्रण करते है। एजेंसी ने सामग्री जब्त कर प्रयोगशाला को ध्वस्त कर दिया है।
जोनल निदेशक के अनुसार आरोपित रुपसिंह चौहान श्री वैष्णव इंस्टीट्युट आफ मैनेजमेंट साइंस कालेज से बीटेक कर चुका है। वह विल्सन फार्मा(धार) और श्रीधारा लाइफ साइंसेज(रुड़की) में फार्मास्युटिकल में भी काम कर चुका है। उसके विरुद्ध तेलांगाना में भी एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज है। तेलांगाना पुलिस ने साल 2021 में उसको अल्प्राजोलम के साथ पकड़ा था। अभिजीतसिंह ऋषिराज कालेज आफ फार्मेसी से बी फार्मा कर चुका है। वह पहले इंडियन रेड क्रास सोसायटी से भी जुड़ा था। एजेंसी ने आरोपितों से भारी मात्रा में नशीला पाउडर बनाने की सामग्री भी जब्त की है.