नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। एरोड्रम थाना क्षेत्र में हुई दुर्घटना ने चार वर्ष पुरानी विसंगती उजागर कर दी। अफसरों ने अध्यन कर एसीपी के सर्किल बदलने का फैंसला लिया है। यातायात व्यवस्था के लिए जोन-1 में दो एसीपी की नियुक्ति की जा रही है। पुलिस आयुक्त संतोष कुमारसिंह ने इनकी जिम्मेदारियां भी तय की हैं।
शिक्षक नगर से बड़ा गणपति के बीच हुई घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी। एसीपी(ट्रेफिक) सुदेश सिंह सहित निरीक्षक दीपक यादव,अर्जुनसिंह पंवार को निलंबित करना पड़ा। पिछले दिनों हुई बैठक में चला एसीपी के कार्य विभाजन में कईं विसंगतियां हुई है। ऐसा चार साल पूर्व आयुक्त प्रणाली के दौरान हुआ है।
घटना स्थल या ट्रेफिक जाम के करीब होने के बाद भी एसीपी उनका क्षेत्र न होने का बहाना बना कर बच जाते है। गुरुवार को डीसीपी(ट्रेफिक) आनंद कलादगि ने विभाजन का प्रस्ताव तैयार कर आयुक्त संतोष कुमारसिंह को सौंपा है।
नए प्रस्ताव के अनुसार अब प्रत्येक जो दो,तीन,चार में एक-एक एसीपी और जोन-1 में दो एसीपी पदस्थ होंगे। अध्यन के अनुसार जोन-1 के बीच में जोन-4 का हिस्सा भी आता है। इसलिए उसमें दो एसीपी पदस्थ करने का निर्णय लिया गया है। एडी.सीपी आरकेसिंह के अनुसार दशहरा बाद नई व्यवस्था लागू की जाएगी।
अभी तक जोन में पदस्थ डीसीपी भी ट्रेफिक एसीपी को लेकर गफलत में रहते थे। लेकिन अब एसीपी को जोन के एसीपी के संपर्क में रहना होगा। धरना-प्रदर्शन और जुलूस के दौरान होने वाली बैठकों में भी एसीपी को उपस्थित रहना होगा।
सीपी संतोष कुमारसिंह ने वर्षों से एक ही स्थान पर जमे पुलिसकर्मियों को इधर-उधर भेजा है। बड़ा बदलाव बीट में हुआ है। 125 चेकिंग पाइंट से करीब 500 पुलिसकर्मियों की अदला बदली कर उनकी दूसरे स्थान पर ड्यूटी लगाई है। इसी तरह 13 क्रेन से भी 26 पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया है। एडिशनल सीपी आरकेसिंह के अनुसार कार्यालयों में पदस्थ करीब 80 पुलिसकर्मियों को भी हटाया गया है।