नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। नो एंट्री में ट्रकों को एंट्री देने वाले अफसरों पर सख्त कार्रवाई होगी। ट्रैफिक पुलिस के साथ थाना पुलिस भी जिम्मेदार रहेगी। बीट प्रभारी से लेकर एसीपी पर कार्रवाई होगी। पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने गुरुवार दोपहर अफसरों को तलब कर जमकर फटकारा। आयुक्त ने लापरवाह अफसरों के खिलाफ जांच बैठा दी है। एडिशनल डीसीपी जोन-4 दीशेष अग्रवाल ने नोटिस जारी कर तलब कर लिया है।
सोमवार शाम ट्रक (एमपी 09जेडपी 4069) ने तीन लोगों की जान ले ली थी। गत्ते और पेपर रोल से भरा ट्रक नो एंट्री में आया था। चालक गुलशेर खान ने शिक्षक नगर से बड़ा गणपति चौराहा तक 14 लोगों को घायल भी किया। इस घटना से सबक लेते हुए पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने ट्रैफिक अफसरों को तलब कर फटकार लगाई। आयुक्त ने लिखित आदेश जारी कर कहा कि नो एंट्री एवं भारी वाहन प्रतिबंधित मार्ग का शत-प्रतिशत पालन होना चाहिए।
लापरवाही पाई जाने पर थाने के बीट प्रभारी, यातायात बीट प्रभारी, संबंधित क्षेत्र के टीआई, यातायात थाने के टीआई, जोन के एसीपी और यातायात के एसीपी और अन्य वरिष्ठ अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। सीपी ने सोमवार को हुई घटना की भी जांच बैठा दी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव डीसीपी (ट्रैफिक) अरविंद तिवारी, एसीपी सूदेश सिंह, टीआई दीपक यादव सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर चुके हैं। एक टीआई अर्जुन सिंह पंवार को एडिशनल सीपी (मुख्यालय) आरके सिंह ने निलंबित कर दिया।
निर्देशों में कहा गया है कि अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र की व्यवस्था देखनी होगी। एसीपी को सहयोगी (हमराह) बदलना होंगे। प्रतिदिन नया बल लेकर निकलना पड़ेगा। ऐसा अवैध वसूली की संभावना के कारण कहा गया है। अफसरों से जमावट कर पुलिसकर्मी वसूली करते हैं। सीपी ने इसी वजह से सहयोगी बदलने के निर्देश दिए हैं।
बैठक के दौरान सीपी ने एसीपी हिंदू सिंह मुवेल को फटकार लगाई और कहा कि गीता भवन चौराहा पर रांग साइड से वाहन के प्रवेश पर रोक लगाएं। इसी दौरान तय हुआ कि चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों का स्टिंग आपरेशन होगा। अफसर खुद की टीम भेजकर उन पुलिसकर्मियों के फोटो व वीडियो बनाएंगे जो अवैध वसूली करते हैं।