Indore Railway Station: इंदौर के रेलवे स्टेशन पर बुजुर्गों के लिए चलाई गई बैटरी चलित कार दो साल पहले हुई बंद, नहीं हो सकी शुरू
Indore Railway Station: दिव्यांग और बुजुर्ग यात्रियों को ट्रेन तक पहुंचने में मुश्किल।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Wed, 29 Nov 2023 01:44:06 PM (IST)
Updated Date: Wed, 29 Nov 2023 01:59:20 PM (IST)
इंदौर रेलवे स्टेशन Indore Railway Station: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए शुरू की गई बैटरी चलित कार लंबे समय से बंद है। इससे बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को परेशानी हो रही है। सबसे अधिक परेशानी इंदौर मुख्य स्टेशन से पार्क रोड तक पहुंचने में हो रही है। यहां से पैदल ही जाना पड़ता है।
इंदौर रेलवे स्टेशन पर वर्ष 2017 में यह सुविधा शुरू की गई थी, जो व्यवस्था 2021 तक सतत चालू रही। इसके बाद इसको बंद कर दिया गया और नए तरीके से एजेंसी तय कर दोबारा बैटरी चलित कार शुरू करने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब तक यह व्यवस्था दोबारा पटरी पर नहीं आ सकी।
रतलाम मंडल ने की बंद
सूत्रों का कहना है कि बैटरी चलित कार के कांटेक्ट के अनियमितता के कारण
रतलाम मंडल द्वारा बंद कर दिया गया था। पुन: व्यवस्था शुरू करने की कवायद कई बार मंडल स्तर पर हुई, लेकिन अंतिम निर्णय नहीं होने से यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी।
रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समित के सदस्य जगमोहन वर्मा का कहना है कि बैटरी चलित कार का उपयोग
इंदौर रेलवे स्टेशन से पार्क रोड तक यात्रियों को पहुंचाने के लिए होता था। इन दिनों प्लेटफार्म की दूरी एक किमी के करीब है। आमतौर पर यात्रियों को पैदल ही आना-जाना करना पड़ता है। बैटरी चलित कार के कारण बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों की फजीहत कम हो चुकी थी।
अधिकारियों के सामने रखेंगे मुद्दा
वर्मा का कहना है कि दोबारा बैटरी चलित कार की व्यवस्था शुरू करने के लिए रतलाम मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे। इसमें टेंडर प्रक्रिया फिर से शुरू करने का मुद्दा उठाएंगे। कार चलाना इसलिए आवश्यक है कि 24 कोच की ट्रेन तक पहुंचने में बुजुर्ग और बीमार यात्रियों को परेशानी होती है।