इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के राजवाड़ा का दीपावली बाजार में भी मशहूर है। शहर के दिल होलकरकालीन राजवाड़ा के आस-पास के इलाके में यह बाजार सज गया है। जहां दीपावली के पूजन और डेकोरेशन के सामान के साथ-साथ कपड़े, बर्तन और सोने-चांदी के गहने भी मिलते हैं। शहर के लोगों के साथ यहां आस-पास के जिलों से भी लोग दीपावली की खरीददारी करने पहुंच रहे हैं।
राजवाड़ा के सामने सड़क पर सजी छोटी-छोटी दुकानों में दीपावली पर पूजन सामग्री का सामान भी दीपक, लक्ष्मी जी की तस्वीर, रंगोली, फूल और अन्य सामान उपलब्ध हैं। दीपावली पर डेकोरेशन के सामान में टाइल्स पर लगाने वाले स्टीकर, गुलदस्ते, प्लास्टिक के फूल, दीवारों पर लगाने वाली पेंटिंग सहित झालर, रंग-बिरंगे बल्ब भी उपलब्ध हैं। ज्यादातर लोग अब इन्हीं छोटी दुकानों से सामान खरीद रहे हैं और वोकल फॉर लोकल को ताकत दे रहे हैं।
दीपपर्व के लिए शहर के सराफा सहित प्रमुख बाजारों में जगमगाती रोशनी की गई है। राजवाड़ा सहित प्रमुख मार्गों की दुकानों, ज्वेलरी शोरूम व माल में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। वैभव व धन प्रदान करने वाली देवी लक्ष्मी के पर्व पर सराफा बाजार की सड़कों पर ग्राहकों के स्वागत के लिए कालीन बिछाया गया है।
कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की रिपोर्ट के अनुसार दीपावली के अवसर पर देशभर के बाजारों में कुल कारोबार 4.25 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच सकता है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश गुप्ता के अनुसार देश में बीते वर्ष के बाजारों को चार लाख करोड़ से ज्यादा आंका गया था। इस बार दीपावली पर जीएसटी की घटी दरें भी खरीदारों का उत्साह बढ़ा रही हैं।
देशभर के बाजारों में धनतेरस पर सोना-चांदी की बिक्री का आंकड़ा 50 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। इंदौर जैसे शहर के लिए दीपपर्व के दौरान स्थानीय बाजार में कम से कम एक हजार करोड़ के व्यापार की उम्मीद है। इसमें सोने-चांदी, वाहनों से लेकर उपकरणों, बर्तनों व मिठाई की खरीद भी शामिल रहेगी।
सराफा बाजार धनतेरस के दिन भोर होते ही खुल जाएगा। यहां इस बार अलग अंदाज में रोशनी की गई है। सराफा बाजार व्यापारी एसोसिएशन के मंत्री बसंत सोनी के अनुसार आधी रात तक दुकानें खुली रहेंगी। तीन दिन सराफा में चाट चौपाटी नहीं सजेगी। अन्य ज्वेलरी शोरूम आधुनिक रोशनी से दमक रहे हैं। बर्तन बाजार में परंपरा की ओर वर्ष में सिर्फ एक बार नजर आने वाली सजावट की गई है।
(शुक्रवार को इंदौर के बाजार में भाव)
कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) तथा इसके ज्वेलरी विंग आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआइजेजीएफ) द्वारा धनतेरस पर 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के सोने-चांदी के व्यापार का अनुमान है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश गुप्ता कहते हैं देशभर के सराफा बाजारों में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, इस वर्ष धनतेरस पर सोने–चांदी के सिक्कों की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है।
इंदौर के बाजार में कुल कारोबार एक ही दिन में एक हजार करोड़ का आंकड़ा पार कर सकता है। सोने-चांदी की बिक्री ही 150 से 200 करोड़ के बीच पहुंच सकती है। वाहनों की बिक्री का आंकड़ा इसके भी पार पहुंच सकता है क्योंकि जीएसटी दर घटने से ग्राहक बढ़ रहे हैं। जीएसटी में कटौती का लाभ इलेक्ट्रानिक्स, कंज्यूमर गुड्स मार्केट को भी मिल रहा है। टीवी, फ्रिज, एसी, मोबाइल की बिक्री भी भरपूर रहेगी।