Indore Ujjain Double Track: लक्ष्मीबाई नगर से बरलई के बीच अंतिम दौर में पहुंचा दोहरीकरण कार्य
Indore Ujjain Double Track: 28 दिसंबर को कमिश्नर रेलवे सैफ्टी कर सकते है निरीक्षण। अंतिम चरण में बरलई से इंदौर तक दोहरीकरण किया जा रहा है।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 26 Dec 2023 03:10:34 PM (IST)
Updated Date: Tue, 26 Dec 2023 03:10:34 PM (IST)
लक्ष्मीबाई नगर से बरलई के बीच अंतिम दौर में पहुंचा दोहरीकरण कार्यHighLights
- इंदौर-देवास-उज्जैन रेल खंड दोहरीकरण के लिए रेलवे द्वारा ब्लाक लिया गया है।
- बरलई से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के बीच 27 किमी हिस्से में दोहरीकरण का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है।
- 28 दिसंबर को कमिश्नर रेलवे सेफ्टी द्वारा दोहरीकरण रूट का निरीक्षण का कार्यक्रम है।
Indore Ujjain Double Track: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर-देवास-उज्जैन रेल खंड दोहरीकरण के लिए रेलवे द्वारा ब्लाक लिया गया है। इसमें बरलई से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के बीच 27 किमी हिस्से में दोहरीकरण का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 28 दिसंबर को कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) द्वारा दोहरीकरण रूट का निरीक्षण का कार्यक्रम है। इससे पहले रविवार को दोहरीकरण ट्रेक का परीक्षण इलेक्ट्रिक इंजन से किया गया। दोहरीकरण के बचे हुए कार्यों को पूरा करने की कवायद की जा रही है।
लक्ष्मीबाई नगर से बरलई के बीच दोहरीकरण कार्य का अंतिम चरण चल रहा है। दोहरीकरण कार्य के लिए पश्चिम रेलवे
रतलाम मंडल द्वारा ब्लाक लिया गया है। प्रस्तावित ब्लाक के बीच इलेक्ट्रिशियन, पटरी जोड़ने जैसे कार्य किए जा रहे हैं। इस हफ्ते सीआरएस ट्रैक का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान 120 प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन नई पटरियों पर दौड़ाई जाएगी। निरीक्षण के बाद वह दोहरीकरण लाइन पर ट्रेन संचालन की अनुमति जारी करेंगे। इसके बाद ट्रेनों का संचालन शुरू होगा।
क्रासिंग के लिए नहीं रुकेंगी ट्रेनें
दोहरीकरण का कार्य पूर होने के बाद ट्रेनों को क्रासिंग के लिए रुकने की आवश्कता नहीं होगी। इससे
इंदौर आने वाली ट्रेनों को फायदा होगा। अभी उज्जैन से इंदौर आने के दौरान ट्रेनों को आपस में क्रासिंग के लिए रोकना पड़ता था। दोहरीकरण कार्य पूरा होने के बाद ट्रेनों को रोकने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे ट्रेनों का समय भी बचेगा।
तीन चरणों में किया दोहरीकरण
इंदौर-देवास-उज्जैन रेलखंड में 79 किमी लंबे रूट का दोहरीकरण कार्य तीन चरणों में पूरा किया गया जा रहा है। पहले दो चरण में उज्जैन से बरलई तक 52 किमी हिस्से में दोहरीकरण कार्य पूरा हो चुका है। अंतिम चरण में बरलई से इंदौर तक दोहरीकरण किया जा रहा है।