
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इस वर्ष नवंबर में इंदौरवासियों को कड़ाके की ठंड का अनुभव नहीं होगा। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार नवंबर में न्यूनतम तापमान अधिक रहने की संभावना है। भोपाल स्थित मौसम केंद्र के विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार नवंबर में मानसून सिस्टम सक्रिय रहेगा, जिससे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवाह जारी रहेगा।
परिणामस्वरूप हवाओं का रुख पूरी तरह से उत्तरी नहीं हो पाएगा और हवाओं की दिशा में परिवर्तन होता रहेगा। इस कारण नवंबर में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है और रात के तापमान में गिरावट कम देखने को मिलेगी।
विशेषज्ञों ने बताया कि तीन नवंबर को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय होगा, जबकि उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ भी प्रभावी रहेगा। इससे इंदौर में अगले तीन से चार दिनों में बादल छाने के साथ बूंदाबांदी की संभावना है। शुक्रवार सुबह कोहरे के कारण दृश्यता 500 मीटर तक सीमित रही। सुबह की शुरुआत में हल्की फुहारें पड़ीं, जिसके बाद बारिश भी हुई।
एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र पर 2.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। बादलों के कारण दिन के तापमान में गिरावट आई, और अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

नवंबर में तापमान और बारिश