नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर नगर निगम भले ही स्वच्छता में आठ बार से अव्वल है लेकिन इंदौर से महज 41 किलोमीटर दूर बसा देपालपुर स्वच्छ सर्वेक्षण में 15 से 20 हजार आबादी वाले शहरों में इस बार 1710 स्थान पर आया है। स्वच्छ सर्वेक्षण में इस बार अव्वल आए सभी शहरों को एक अन्य शहरों को बेहतर बनाने का जिम्मा मिला है।
ऐसे में स्वच्छता का गुरू कहे जाने वाला इंदौर नगर निगम अब देपालपुर नगर परिषद को स्वच्छता में अव्वल बनाएगा। यह पहला मौका नहीं जब निगम ने किसी अन्य शहर की सफाई में मार्गदर्शक की भूमिका निभाई हो।
दो साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुधनी नगर परिषद भी इंदौर नगर निगम के मार्गदर्शन से स्वच्छ सर्वेक्षण की अपनी केटेगरी में दूसरे शहरों को पछाड़ते हुए दूसरे स्थान पर आया था।
इसके अलावा इंदौर नगर निगम ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र की वाराणसी नगर निगम को भी मार्गदर्शन दिया।
शनिवार को केंद्रीय आवास व शहरी कार्य मंत्रालय ने अगले स्वच्छ सर्वेक्षण में ‘स्वच्छ शहर जोड़ी‘ प्रतियोगिता के तहत सुपर स्वच्छ लीग में शामिल इंदौर सहित देश के 38 नगरीय निकायों को मेंटर की भूमिका देने के साथ उन्हें अन्य नगरीय निकायों की जिम्मेदारी सौंपी।
इस संबंध में शुक्रवार को इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सिटी बस कार्यालय सभागृह में नगर परिषद देपालपुर की अध्यक्ष अनिता महेश पुरी के साथ एमओयू साइन किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।
देपालपुर नगर परिषद की कुल अबादी करीब 30 हजार है। आबादी के हिसाब से देपालपुर इंदौर के एक वार्ड के बराबर है। ऐसे में इंदौर महापौर का दावा है कि इंदौर शहर के 85 वार्ड को स्वच्छता में चाक चौबंद करने वाला नगर निगम देपालपुर को में 100 दिन में इंदोर की तरह न सिर्फ स्वच्छ बनाएगा बल्कि अगले स्वच्छ सर्वेक्षण में यहां के लोग भी स्वच्छता में अव्वल आने का जश्न मनाएंगे। यहां भी जीरो वेस्ट वार्ड तैयार किए जाएंगे।
केंद्रीय आवास व शहरी कार्य मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में स्वच्छ सुपर लीग में शामिल प्रत्येक नगरीय निकाय को एक से पांच शहरों की जिम्मेदारी लेना चाहिए। के लिए कहा है। । प्रदेश सरकार ने मप्र के सुपर स्वच्छ लीग में शामिल सात नगर निकायों को फिलहाल एक-एक निकाय की जिम्मेदारी लेने के निर्देश दिए है।
इंदौर नगर निगम- नगर परिषद देपालपुर
भोपाल नगर निगम- नगर परिषद बैरसिया
नगर परिषद शाहगंज- बाड़ी नगर परिषद
उज्जैन नगर निगम- नगर परिषद उन्हेल
देवास नगर निगम- नगर परिषद सोनकच्छ
नगर परिषद बुधनी- रेहटी नगर परिषद
नगर निगम ग्वालियर- डबरा नगर परिषद
गुजरात के निकायों ने ली पांच-पांच शहरों की जिम्मेदारी
सुपर स्वच्छ लीग के शामिल मप्र के शहरों ने भले ही एक-एक निकाय की जिम्मेदारी ली है लेकिन गुजरात के सूरत, गांधीनगर,अहमदाबाद नगर निगम ने पांच-पांच निकायों की जिम्मेदारी ली है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में इंदौर जिले की सांवेर, महू, राऊ, बेटमा, गौतमपुरा और देपालपुर नगरीय निकायों में सबसे निचले पायादान पर देपालपुर रहा। इस वजह से इंदौर नगर निगम को देपालपुर नगर परिषद की जिम्मेदारी मिली।
इंदौर को लेना चाहिए पांच निकायों की जिम्मेदारी
देशभर में जो शहर लगातार स्वच्छता में नंबर वन बन रहे हैं, उनके माडल को अब अन्य शहरों में लागू किया जा रहा है। इंदौर को प्रारंभिक चरण में पांच शहरों को मार्गदर्शन देने की जिम्मेदारी लेना चाहिए। मुझे विश्वास है कि इंदौर के साथ देपालपुर के जनप्रतिनिधि और नागरिक इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।
मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री, शहरी आवास एवं कार्य मंत्रालय
रिजल्ट बेहतर आने पर निकायों को मिलेगी चार अन्य शहरों की जिम्मेदारी
अभी हमारे निकायों ने एक शहर की जिम्मेदारी ली है। इसके रिजल्ट बेहतर आने पर हम चार अन्य शहरों की जिम्मेदारी सुपर स्वच्छ लीग में शामिल शहरों को देंगे।
कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री शहरी प्रशासन एवं विकास विभाग, मप्र
देपालपुर को 100 दिन में स्वच्छ परिषद बनाएंगे
देपालपुर को 100 दिन में स्वच्छ नगर परिषद बनाने का लक्ष्य हमने रखा है। यह 100 दिन के लिए न रहे, लंबे समय तक रहे, इसकी कार्ययोजना का कार्य रविवार से ही शुरु करेंगे और हमारी टीम देपालपुर पहुंचेगी। एक निकाय में प्रयोग करने के बाद हम पांच निकायों की जिम्मेदारी भी लेंगे। देपालपुर को बेहतर बनाने के लिए संसाधन व बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी।
पुष्यमित्र भार्गव, महापौर
देपालपुर : हातोद, बेटमा, गौतमपुरा क्षेत्र का बिजनेस हब है यह क्षेत्र
तीन किलोमीटर में फैला है देपालपुर नगर परिषद
-15 वार्ड
-30 हजार की आबादी
-10 टन गीला-सूखा कचरा निकला है हर दिन
-65 कर्मचारी सफाई कार्य करते है