इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि । शहर से चित्रकला की बारीकियां सीखने वाली युवा कलाकार अब दक्षिण फ्लोरिडा में अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित करने जा रही है। वे यहां आयोजित की जा रही विश्वस्तरीय चित्रकला स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। भारत की यह एक मात्र ऐसी चित्रकार हैं जो इस स्पर्धा में शामिल हुई हैं।
इंदौर के शासकीय ललित कला संस्थान से चित्रकला का अध्ययन करने वाली मोनिका सोनिक गुर्जर के चित्र इन दिनों फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में लगी प्रदर्शनी में प्रदर्शित हो रहे हैं। 17 नवंबर से शुरू हुई इस प्रदर्शनी में भारत सहित करीब 70 देशों के कलाकारों ने अपनी कृतियां भेजी थी जिनमें से 30 कलाकारों की कृति का चयन प्रदर्शनी के लिए हुआ है। इन 30 कलाकारों में मोनिका की भी कृति शामिल हैं।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय द्वारा ट्रांसजेंडर पर किए जा रहे शोध के तहत यह प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी के लिए प्रतिभागी कलाकारों को ‘विजिबिलीटी एंड रिमेंबरेंस’ शीर्षक को लिए लगी इस प्रदर्शनी में मोनिका ने कागज पर मिक्स मीडिया के जरिए कलाकृति बनाई है।
अमूर्तन शैली में बनी कलाकृति के बारे में मोनिका बताती हैं कि उसमें उन्होंने ट्रांसजेंडर के मन के भाव और समाज की सोच को दर्शाने का प्रयास किया है। कृति के जरिए यह दर्शाया है कि हर व्यक्ति का अपना महत्व होता है, वह शक्तिशाली होता है लेकिन समाज उसे दबाने का प्रयास करता है। जब समाज द्वारा किसी को दबाया जाता है या अनदेखा किया जाता है तो वह समाज का हिस्सा बनने के लिए तरह-तरह के प्रयास करता है। यही प्रयास ट्रांसजेंडर भी करते हैं लेकिन उन्हें स्वीकारा नहीं जाता। मैं इस कृति के जरिए लोगों को यही संदेश देना चाहती हूं कि हमें सभी की खूबी और उनके अस्तित्व को स्वीकार करना होगा। 17 नवंबर से शुरू हुई यह प्रदर्शनी अप्रैल माह तक जारी रहेगी।