IT Company in Indore: गजेन्द्र विश्वकर्मा, इंदौर। इंदौर में आइटी कंपनियों का बूम आ रहा है। यह शहर आइटी कंपनियों के लिए सबसे पसंदीदा बन गया है। टीसीएस और इंफोसिस आने के बाद लंबे समय तक शहर में आइटी कंपनियों का इंतजार होता रहा। अब राकुटेन, टास्कअस और वर्ल्ड पे जैसी कंपनियों के आने के बाद अन्य कंपनियों ने भी इंदौर में रुचि ली है। कई नामी कंपनियां शहर में आ चुकी हैं और कई छोटी कंपनियां शुरू हो रही हैं। पिछले तीन महीने में पांच नई कंपनियों ने शहर में अपने दफ्तर शुरू किए हैं। इसमें से ज्यादातर को विजय नगर क्षेत्र पसंद आया है।

आठ बड़ी कंपनियों ने शुरू किया काम

इंदौर शहर की आबोहवा और माहौल आइटी कंपनियों को लुभा रहा है। इसी महीने अमेरिका की फ्यूजन ग्लोबल साल्यूशन विजय नगर क्षेत्र में दफ्तर शुरू करने जा रही है। तीन महीने में करीब पांच हजार युवाओं को इन कंपनियों में रोजगार मिला है। 2022 के बाद से आइटी कंपनियों की प्रदेश में आने की संख्या बढ़ी है। 2022 में आठ बड़ी कंपनियों ने शहर में काम शुरू किया था। इस साल एलएंडटी इंफोटेक भी पूरी क्षमता के साथ काम शुरू कर देगी। परसिस्टेंट, एक्सेंचर, पेपरचेस, रिवेल, प्लांटिक्स, न्यूक्लियस टेक, नगारो के साथ ही इंदौर की ही यश टेक्नोलाजी ने अपने दूसरे परिसर के साथ कार्य शुरू कर दिया है।

इंदौर में जगह तलाश रही आइटी कंपनियां

2021-22 में शहर की आइटी कंपनियों ने डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यवसाय किया था। मध्यप्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीएसआइडीसी) के महाप्रबंधक द्वारकेश सराफ का कहना है पहले एक-दो साल में छोटी कंपनियां शहर में आती थी, लेकिन 2021 के बाद से इंदौर की पूछपरख बढ़ गई है। पिछले दो साल में छोटी-बड़ी कंपनियों की बात करें तो हर महीने किसी न किसी ने कार्य शुरू किया है। अभी भी बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद की कई कंपनियां हमसे संपर्क कर यहां जगह तलाश रही हैं। 2023-24 में शहर में 20 से ज्यादा कंपनियां और शुरू हो सकती हैं।

स्टार्टअप पार्क में आइटी कंपनियों को रखने की मांग

द्वारकेश सराफ ने कहा हाल ही में सुपर कारिडोर पर प्रस्तावित स्टार्टअप पार्क को लेकर प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। इसमें सभी से राय मांगी गई थी। इसमें हमारी ओर से कहा गया है कि जिस तरह से आइटी कंपनियां शहर में आने के लिए उत्साहित हैं, उसे देखते हुए शहर में और जगह की जरूरत पड़ेगी। हमने अधिकारियों को कहा है कि स्टार्टअप पार्क में स्टार्टअप के अलावा आइटी कंपनियों के लिए भी जगह खाली रखी जाए। ज्यादातर कंपनियां बड़े क्षेत्र की मांग कर रही हैं। ऐसे में हमें 50 हजार वर्गफीट तक की जगह कंपनियों के लिए रखनी होगी। ज्यादातर कंपनियों की इच्छा विजय नगर और सुपर कारिडोर में दफ्तर स्थापित करने की है।

Posted By: Prashant Pandey

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