
JEE Advanced 2020 : राजेंद्र विश्वकर्मा, इंदौर (नईदुनिया)। देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में इस वर्ष प्रवेश की प्रक्रिया में बदलाव हो सकता है। देश के इन सभी संस्थानों में प्रवेश के लिए 12वीं में 75 फीसद अंक की अनिवार्यता खत्म हो सकती है। इस पर विचार करने के लिए आइआइटी दिल्ली द्वारा 17 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक होगी। इसमें आइआइटी इंदौर के कार्यवाहक निदेशक भी शामिल रहेंगे। आइआइटी और एनआइटी में हर वर्ष जेइइ एडवांस परीक्षा के अंक और 12वीं के अंक के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। कोरोना के कारण इस बार प्रवेश प्रक्रिया में मात्र 12वीं पास विद्यार्थी को प्रवेश मिल सकता है, जबकि पहले 12वीं में 75 फीसद अंक होने पर ही प्रवेश मिलता था।
कुछ विद्यार्थियों के कारण सभी को नाराज नहीं कर सकते
इस बारे में आइआइटी इंदौर के कार्यवाहक निदेशक प्रो. दिनेश कुमार जैन का कहना है। 12 वीं के अंकों के मापदंड को खत्म किया जाए या जारी रखा जाए इस संबंध में जून में बैठक होनी थी, लेकिन इसे आगे बढ़ा दिया गया था। इस बैठक में देश के सभी एनआइटी और आइआइटी संस्थानों के निदेशक ऑनलाइन मौजूद रहेंगे। 12वीं के अंकों के मुद्दे पर सभी अपनी राय देंगे। इस संबंध में मेरा मानना है कि 12वीं में 75 फीसद अंक के मापदंड को प्रवेश प्रक्रिया में शामिल रखा जाना चाहिए। चूंकि कई राज्यों में 12वीं की परीक्षा हो चुकी थी। ऐसे में कुछ फीसद विद्यार्थियों को राहत पहुंचाने के लिए आइआइटी संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रतियोगिता की भावना को कम नहीं करना चाहिए। प्रो. निलेश कहते हैं मापदंड को खत्म करने से एक नई समस्या खड़ी हो जाएगी। जो विद्यार्थी पिछले वर्ष 12वीं की परीक्षा दे चुके हैं और बेहतर अंक ला चुके हैं वे भी इस पर सवाल उठा सकते हैं। मामला कोर्ट में जा सकता है।
विद्यार्थियों को राहत मिलेगी
12वीं के अंक के मापदंड को उच्च तकनीकी संस्थानों से हटाने पर विचार होने पर शिक्षाविदों की अलग अलग प्रतिक्रिया आ रही है। इस बारे में शहर के वरिष्ठ शिक्षाविद डॉ. अविनाश पांडे कहते हैं इस बार हर राज्य ने अपने मापदंडों के अनुसार 12वीं के परिणाम तैयार किए हैं। तय पैमानों के अनुसार परिणाम तैयार नहीं होने से उच्च तकनीकी संस्थानों में इस साल 12वीं में 75 फीसद अंक की अनिवार्यता को खत्म करने पर विचार शुरू हआ है। इस फैसले से विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। इससे 12वीं में भले ही कितने भी अंक मिले, लेकिन विद्यार्थी अगर जेइइ एडवांस में अच्छे पर्सेंटाइल लाता है तो उसे प्रवेश मिलेगा। वैसे भी एडवांस परीक्षा को काफी कठिन माना जाता है। अच्छी तैयारी करने वाले ही इसमें सफल हो पाते हैं। ऐसे में इस साल की स्थिति को देखते हुए 12 वीं के अक को प्रवेश प्रक्रिया के नियमों से हटाना ही बेहतर रहेगा।